प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ग्रेटर नोएडा में चल रही कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज के 14वें सम्मेलन को संबोधित किया। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, यह सम्मेलन पर्यावरण संरक्षण, भूमि प्रबंधन जैसे विषयों पर आधारित है। इसमें 94 देशों के पर्यावरण मंत्रियों समेत करीब 190 देशों के छह हजार प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत दो साल के कार्यकाल के लिए कॉप प्रेसीडेंसी को संभालने में प्रभावी योगदान देने के लिए भी तत्पर है। पर्यावरण संरक्षण में हम हर तरह से सहयोग करने की कोशिश करेंगे। जलवायु परिवर्तन भी विभिन्न प्रकार के भूमि क्षरण का कारण बन रहा है। समुद्र के जलस्तर में वृद्धि, अनियमित वर्षा और तूफान के कारण ऐसा हो रहा है।
मोदी ने कहा, जलवायु परिवर्तन का बायोडाइवर्सिटी और जमीन दोनों पर असर होता है। सब जानते हैं कि इसका दुनियाभर में नकारात्मक प्रभाव हो रहा है। मेरी सरकार ने कृषि के कई तरीके जैसे माइक्रो-इरीगेशन जैसी तकनीक से किसानों की आय को दोगुनी करने का काम किया है। हम बायो-फर्टीलाइजर्स के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहे हैं और केमिकल कीटनाशक के इस्तेमाल को कम करने के प्रयास में है।
PM @narendramodi addressing the 14th Conference of Parties of the UN Convention to Combat Desertification #desertification #UNCCDCOP14 pic.twitter.com/Sph2lY2f1N
— PIB India (@PIB_India) September 9, 2019
प्रधानमंत्री ने कहा, 2015 से 2017 के बीच भारत में वन क्षेत्रों में 8 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। मैं आपका ध्यान ऐसे बंजर जमीन की ओर ले जाना चाहूंगा जो कभी रिवर्स नहीं किया जा सकता। मैं यह घोषणा करता हूं कि 2030 तक भारत 6.42 करोड़ एकड़ बंजर जमीन को उपजाऊ बनाएगा। प्लास्टिक के इस्तेमाल से प्रदूषित हुई भूमी के तरफ भी मैं आपका ध्यान ले जाना चाहूंगा। हमने सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करने का संकल्प लिया है।
हर दो साल में बैठक शुरू होने के साथ ही भारत अगले दो साल के लिए यूएनसीसीडी का अध्यक्ष भी बन गया है। पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 2 सितंबर को कार्यक्रम का उद्घाटन किया था। यह सम्मेलन 13 सितंबर तक चलेगा।