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केरल में इस वायरस ने मचाया ‘हाहाकार’, अब तक 9 की मौत, 6 की हालत नाजुक

केरल में इस वायरस ने मचाया ‘हाहाकार’, अब तक 9 की मौत, 6 की हालत नाजुक

 

नई दिल्ली. केरल के कोझीकोड में निपाह वायरस से 9 लोगों की मौत हो गई है। इनमें एक ही परिवार के चार लोग शामिल हैं। तो वहीं चार की हालत गंभीर है। 25 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इस बीच पुणे वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट ने खून के तीन नमूनों में निपाह वायरस होने की पुष्टि की है। केरल सरकार ने इस पर केंद्र से तत्काल मदद मुहैया कराने की गुहार लगाई है। इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एनसीडीसी की टीम को केरल का दौरा करने का आदेश दिया है।

बता दें कि मणिपुर लैब में हुए टेस्ट से यह खुलासा हुआ है कि एक दुर्लभ वायरस, जो आमतौर पर राज्य में नहीं पाया जाता, इन मौतों का जिम्मेदार है। सैंपल पुणे के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजे गए हैं, जिससे वायरस की सटीक जानकारी मिल सके। पुणे लैब से नतीजे जल्द ही मिलेंगे।

आपको बता दें कि इन सबके बीच कोझीकोड में निफा वायरस के हमले की पुष्टि हो चुकी है। पुणे विरोलॉजी इंस्टीट्यूट ने तीन सैंपल्स में निफा वायरस के होने की खबर पर मुहर लगा दी है।  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस संबंध में एक कमेटी गठित की है। जो बीमारी की तह तक जाने में जुटी है। इसके साथ वायरस की जद में ज्यादा लोग न आ सके इसके लिए प्रिवेंटिव उपाय किए जा रहे हैं।

लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने विषाणु के प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र से मदद मांगी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को लिखे पत्र में रामचंद्रन ने कहा कि उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वताकरा में कुट्टियाडी और पेरम्ब्रा सहित कुछ पंचायत क्षेत्र घातक विषाणु की चपेट में हैं।

सांसद ने बताया कि कुछ डॉक्टर ने बताया है कि यह निपाह नाम का विषाणु है, जबकि अन्य डॉक्टरों ने इसे जूनोटिक वायरस बताया है, जो घातक है और तेजी से फैलता है। रामचंद्रन ने पत्र में कहा है, ‘विषाणु की चपेट में आए लोगों की मृत्यु दर 70 प्रतिशत होती है। बीमारी को बढ़ने से रोकने की जरूरत है।’


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