महाराष्ट्र के पालघर में ग्रामीणों का वीभत्स रूप देखने को मिला है। पुलिस के सामने मॉब लिंचिंग की घटना को अंजाम दिया गया है। भगवाधारी साधुओं की हत्या पीट-पीटकर की गई है। साधुओं को बचाने में पुलिस कर्मी भी घायल हुआ है। महाराष्ट्र के पालघर में 17 अप्रैल को दो साधु और एक ड्राइवर की हत्या की गई है। महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक चोरी के शक में हत्या की गई है। मॉब लिंचिंग की घटना में शामिल ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। अभी तक 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से 101 को जेल भेजा गया है। जबकि 9 नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है।
Why are the pseudo liberals , news channels , Lutyens media , Urban Naxals , the Bollywoodiyas silent on this mob lynching of 3 sadhus & killing them at Palghar (Near Mumbai) ?
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) April 19, 2020
Is it just because the colour is saffron ? #Shame on you. pic.twitter.com/tkUXfUKtm8
साधुओं की हत्या करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक पुलिसकर्मी घर के भीतर से साधु को लेकर निकलता है। उसी वक्त ग्रामीण साधु के ऊपर हमला कर देते। पुलिस कर्मी के सामने लाठियां मार-मारकर हत्या कर देते हैं। पालघर के डीएम के शिंदे का कहना है कि पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। लेकिन ग्रामीणों की भीड़ ने तीन व्यक्तियों को मारना बंद नहीं किया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां पर मृत घोषित कर दिया।
तीन साधुओं की हत्या को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स निशाना साध रहे हैं। फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने कहा है कि न्यूज चैनल, बॉलीवुड, अर्बन नक्सल इस मॉब लिंचिंग पर चुप क्यों हैं। क्योंकि इनका रंग भगवा है।