बेंगलुरू में ISRO के प्रमुख के सिवन ने कहा कि गगनयान मिशन केवल मानव को अंतरिक्ष में भेजने के बारे में नहीं है, यह मिशन हमें दीर्घकालिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सहयोग के लिए एक रूपरेखा बनाने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि वैज्ञानिक खोज, आर्थिक विकास, शिक्षा, तकनीकी विकास और युवा सभी राष्ट्र के लिए लक्ष्य बन रहे हैं। मानव अंतरिक्ष उड़ान इन सभी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सही मंच प्रदान करती है।
ISRO Chief K Sivan in Bengaluru: We all know that scientific discoveries, economic development, education, tech development & inspiring youth are coming goals for all nations. Human space flight provides perfect platform to meet all these objectives. pic.twitter.com/viKUMVvLLo
— ANI (@ANI) January 22, 2020
ISRO ने बीते एक जनवरी को ऐलान किया था कि गगनयान कार्यक्रम के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों को चुन लिया गया है और जल्द ही रूस में उनका प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। इन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खाने का मेन्यू भी तैयार हो चुका है। अंतरिक्ष में उन्हें जो खाना परोसा जाएगा उनमें एग रोल, वेज रोल, इडली, मूंग दाल हलवा और वेज पुलाव को भी शामिल किया गया है। अंतरिक्ष यात्रियों का यह खाना मैसूर स्थित डिफेंस फूड रिसर्च इंस्टीट्यूट के द्वारा तैयार किया जा रहा है। जीरो गुरुत्वाकर्षण को देखते हुए मिशन गगनयान के लिए खाना तैयार किया जा रहा है।
ISRO Chief K Sivan: The work on Chandrayaan-3 has started and it is going at full speed. https://t.co/aDjKT0tylC
— ANI (@ANI) January 22, 2020
आपको बता दें कि इससे पहले इसरो प्रमुख के. सिवन ने कहा था कि चंद्रयान-3 और मिशन गगनयान, दोनों का काम एक साथ चल रहा है। गगनयान मानव को अंतरिक्ष में ले जाने का भारत का पहला अभियान है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि तीसरे चंद्रयान मिशन से संबंधित सभी गतिविधियां भी सुचारू रूप से चल रही हैं। इसमें पहले की तरह लैंडर, रोवर और एक 'प्रोपल्शन मॉड्यूल होगा। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण अगले साल तक जा सकता है।
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