पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकात के दौरान कश्मीर के मसले पर किसी भी प्रकार की बातचीत से अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने इन्कार किया है। विदित हो कि शत्रुघ्न सिन्हा निजी आमंत्रण पर शनिवार को पाकिस्तान में थे और वहां उन्होंने पाक राष्ट्रपति अल्वी से मुलाकात की थी।
सिन्हा ने ट्वीट किया, ''पाकिस्तान के राष्ट्रपति के इस व्यवहार ने हमारे दिल को छुआ और हमने प्रेम, गर्मजोशी, शुक्रिया अदा कर और आभार का भाव व्यक्त कर इसका जवाब दिया। मैं कुछ साल पहले कराची में माननीय राष्ट्रपति के पुत्र के विवाह में शामिल हुआ था, इसलिए मैं उनके परिवार से भली भांति परिचित हूं।"
It was a pleasant surprise that we received an invite from the H.E. the President of Pakistan, Dr. Arif Alvi, on the last day of our stay at Lahore..that too just before the marriage reception of our family friend Mr. Asad Ehsan's son Ahmed Asad. We were very touched by this pic.twitter.com/pzAUAjYnCP
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 23, 2020
सिन्हा ने कहा कि अल्वी के साथ मुलाकात के दौरान उन्होंने राजनीति पर नहीं, बल्कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक मामलों पर बातचीत की। उन्होंने कहा, ''हालांकि बैठक कुछ देर चली, लेकिन यह केवल सामाजिक एवं व्यक्तिगत और आभार व्यक्त करने के लिए शिष्टाचार मुलाकात थी। हमने सामाजिक एवं सांस्कृतिक मामलों से जुड़ी कई बातें कीं लेकिन राजनीति पर कोई चर्चा नहीं की गई।"
उन्होंने कहा, ''यह बैठक राजनीतिक या आधिकारिक नहीं थी। मेरे मित्रों, शुभचिंतकों, समर्थकों और मीडिया को यह बात समझनी चाहिए कि यदि कोई व्यक्ति विदेशी जमीन पर देश की नीतियों एवं राजनीति पर चर्चा करने के योग्य नहीं है और सरकार ने उसे इसके लिए अधिकृत नहीं किया है, तो उसे ऐसा नहीं करना चाहिए।"
अभिनेता से नेता बने सिन्हा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अल्वी के कार्यालय ने ट्वीट किया था कि सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के भारत सरकार के पांच अगस्त के फैसले के बाद कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंधों पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति की चिंता का ''समर्थन" किया था। सिन्हा पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जिया उल हक से निकटता के कारण पहले भी कई बार वहां जा चुके हैं।