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राफेल डील पर राहुल का बवाल, BJP से मांग रहे है हिसाब

राफेल डील पर राहुल का बवाल, BJP से मांग रहे है हिसाब

 

नई दिल्‍ली: संसद सत्र आज भी हंगामेदार होने वाला है और राफेल सौदे का मुद्दा फिर से गरमा सकता है। इसको लेकर विपक्ष मोदी सरकार को घेरने में लगा हुआ है। हालांकि गुरुवार को लोकसभा में राफेल सौदे पर कांग्रेस के आरोपों का वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने करारा जवाब दिया था। उन्‍होंने पार्टी पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार साल तक स्वच्छ सरकार चलाई है और कांग्रेस के पास आरोप लगाने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे भ्रष्टाचार के झूठे आरोप गढ़ रहे हैं।

राफेल विवाद पर जेटली ने कहा कि गोपनीयता रक्षा सौदे का अहम अंग होती है। जो जानकारी सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए, ऐसी जानकारी मांग कर कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। वे ऐसी जानकारी मांग रहे हैं जो दुश्मन को पता नहीं चलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा सौदे की कीमतों का खुलासा होने पर उसमें सम्मिलित हथियारों की मारक क्षमता का आकलन भी किया जा सकता है।

बता दें कि बुधवार को संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद भी राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार राफेल डील पर कुछ नहीं बोली. उन्‍होंने यहां तक कहा कि आखिर सरकार राफेल सौदे की कीमत क्‍यों नहीं बता रही है? इसका मतलब घोटाला हुआ है। उन्‍होंने इसको एक बड़ा राफेल रहस्‍य करार दिया।

बता दें कि राहुल ने नियम 357 के तहत नोटिस देते हुए स्पीकर से इस मामले में बोलने की अनुमति मांगी है। गुरुवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल ने कहा था कि नियम है कि जब कोई सदस्य कोई मुद्दा उठाता है तो उसे इसपर बोलने का मौका मिलना चाहिए। जब मैंने संसद में इसपर बोलना चाहा तो सदन की कार्यवाही ही स्थगित कर दी गई। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सबने पीएम को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वोट दिया था, लेकिन राफेल डील के बारे में पीएम कुछ नहीं बोल रहे हैं। लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'नियम 357 के तहत राहुल को बोलने का मौका मिलना चाहिए। हमने इस मामले में लोकसभा स्पीकर को नोटिस दिया है अब उन्हें ही इसपर फैसला करना है। हम चाहेंगे कि राहुल को बोलने का मौका मिले।'

ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष ने राफेल डील पर सीधे-सीधे इस मामले में मोदी सरकार की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राहुल ने कहा कि यह सीधे तौर पर घोटाला है। यदि ऐसा नहीं है तो सरकार डील की रकम का खुलासा करने से क्यों बच रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में मीडिया से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी इस डील को करने के लिए निजी तौर पर फ्रांस गए और उन्होंने वहां इसको अंजाम दिया।


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