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लोकसभा में पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल 2019, शिवसेना ने निभाई दोस्ती ?

लोकसभा में पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल 2019, शिवसेना ने निभाई दोस्ती ?

 

आधी रात को जब पूरा देश सो रहा था तब देश की संसद में बहुचर्चित नागरिकता संशोधन बिल 2019 पास हो गया। बिल के पक्ष में 311 और 81 विरोध मे पड़े। सबसे हैरात में डालते हुए शिवसेना ने बिल के पक्ष में वोट दिया। जो कुछ दिन पहले तक महाराष्ट्र में बीजेपी के विरोध में उतर आई थी। बीजेपी के सामने अब राज्यसभा में बिल पास कराने की चुनौती होगी।

बिल को पास करने पर हुई चर्चा के दौरान अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि, ‘’यह बिल लाखों करोड़ों लोगों को यातना से मुक्ति देगा। उन्होंने कहा कि यह बिल किसी समुदाय विशेष के लिए नहीं है बल्कि अल्पसंख्यकों के लिए है। उन्होंने इस बिल से आर्टिकल 14 के समानता के अधिकार के उल्लंघन के आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस आर्टिकल में भेदभाव वाले किसी कानून को पारित करने पर रोक लगाई गई है, लेकिन यह बिल किसी धर्म नहीं बल्कि वर्ग के लिए लाई गई है, जो शरणार्थी हैं।गृह मंत्री ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि अच्छा तो यह होता कि इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर न होता।‘’

अमित शाह ने 1947 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की आबादी 23 पर्सेंट थी, लेकिन 2011 में 3.7 % हो गई। बांग्लादेश में 47 में 22 प्रतिशत आबादी 22 प्रतिशत थी, लेकिन 2011 में यह 7.8 % हो गई। आखिर ये लोग कहां चले गए या तो मार दिए गए। भगा दिए गए या फिर धर्मांतरण हो गए। आखिर उनका क्या दोष था। हम चाहते हैं कि इन लोगों का सम्मान बना रहे। कहा जा रहा है कि भारत हिंदू राष्ट्र बनने जा रहा है।अमित शाह ने कहा कि भारत के अंदर 1951 में 84 % हिंदू था, लेकिन 2011 में 79 % हो गया। 1951 में मुस्लिम 9.8 % था, लेकिन आज 14.23 प्रतिशत है। हमने किसी के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया। मैं इस सदन को यकीन दिलाना चाहता हूं कि आगे भी ऐसा नहीं होगा। लेकिन पड़ोसी देशों में यदि अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न होता है तो उन्हें बचाना होगा। भारत चुप नहीं रह सकता।


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