होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

Char Dham Yatra 2022: जोशीमठ से बद्रीनाथ के लिए रवाना हुई भगवान की डोली, इस दिन खुलेंगे कपाट

Char Dham Yatra 2022: जोशीमठ से बद्रीनाथ के लिए रवाना हुई भगवान की डोली, इस दिन खुलेंगे कपाट

 

Char Dham Yatra 2022: मोक्षधाम बदरीनाथ के कपाट खुलने के शुभ मुहूर्त में अब बस कुछ ही पलों की देरी है। जोशीमठ नृसिंह बदरी मंदिर (Joshimath Narsingh Badri Temple) में वैदिक पूजा अनुष्ठान के बाद अराध्य गद्दी, गाडू घड़ा बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल के नेतृत्व में बदरीनाथ की डोली अपने स्थान से रवाना हो गई है। शुक्रवार को पांडुकेश्वर में रात्रि विश्राम के बाद गद्दी एवं रावल शनिवार को प्रात: साढे़ नौ बजे बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होंगे।

जोशीमठ के नृसिंह बदरी मंदिर में शुक्रवार को धर्माधिकारी, उप धर्माधिकारी, मंदिर पुजारियों और हक हकूकधारियों ने सबसे पहले प्रवेश द्वार पर गणेश पूजन किया। सभी वैदिक पूजाओं के बाद महालक्ष्मी के मंदिर के प्रांगण में हवन व अनुष्ठान किया गया। रावल ने सभी पुरोहितों एवं हक हकूकधारियों संग भगवान नृसिंह के दर्शन कर अराध्य गद्दी एवं गाडू घड़ा को बदरीनाथ धाम ले जाने की इजाजत मांगी।

बता दें कि साल 1962 से बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल बीआरओ (BRO) के वाहन से ही जोशीमठ से बदरीनाथ तक जाते हैं। इस दौरान मठांगन में अराध्य गद्दी को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा गया। महिलाओं ने उन पर पुष्प वर्षा कर मांगल गीत गाए। गढ़वाल स्काउट के बैंड की धुन के साथ ही  बदरीनाथ के लिए गद्दी, रावल एवं गाडू घड़ा को रवाना किया गया।

पांडुकेश्वर में हुआ भव्य स्वागत
गौरतलब है कि उद्धव एवं कुबेर के शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर पहुंचने पर लोगों ने डोली, रावल एवं गाडू घड़ा का भव्य स्वागत किया। इस दौरान महिलाओं ने झुमेलो, दांकुडी चांचडी नृत्य भी किया। अब सुबह धर्माधिकारी की मौजूदगी में रावल पांडुकेश्वर के कुबेर एवं उद्धव मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे।

बता दें कि बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 8 मई को खुलेंगे। इस महीने की शुरुआत में राज्य सरकार ने चार धामों में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या को सीमित किया है। बद्रीनाथ में प्रतिदिन कुल 15000, केदारनाथ में 12000, गंगोत्री में 7000 और यमुनोत्री में 4000 तीर्थयात्रियों को अनुमति दी गई है। जानकारी के अनुसार, यह व्यवस्था 45 दिनों के लिए की गई है। इस साल तीर्थयात्रियों के लिए कोरोना वायरस की निगेटिव रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाण पत्र ले जाना अनिवार्य नहीं है। चार धामों में हर साल देश-विदेश से लाखों पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं।

यह भी पढ़ें- Chardham Yatra 2022: श्रद्धालुओं के लिए खुले केदारनाथ मंदिर के कपाट, CM धामी ने पत्नी संग की पूजा


संबंधित समाचार