कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी के फैसले को अनुचित करार देते हुए बुधवार को कहा कि इस वृद्धि को वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'कोरोना वायरस से जारी लड़ाई हमारे करोड़ों भाइयों और बहनों के लिए गंभीर आर्थिक कठिनाई का कारण बन रही है। इस समय, कीमतें कम करने के बजाय, पेट्रोल और डीजल पर 10 रुपये और 13 रुपये प्रति लीटर कर बढ़ाने का सरकार का निर्णय अनुचित है और इसे वापस लिया जाना चाहिए।'
कोरोनावायरस से जारी लड़ाई हमारे करोड़ों भाइयों और बहनों के लिए गंभीर आर्थिक कठिनाई का कारण बन रही है। इस समय, कीमतें कम करने के बजाय, पेट्रोल और डीजल पर 10-13 ₹ प्रति लीटर कर बढ़ाने का सरकार का निर्णय अनुचित है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। pic.twitter.com/yMvYHK12V4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 6, 2020
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि संकट के समय लोगों पर कर का बोझ डालना उचित नहीं है। उन्होंने कहा, 'नया या उच्च कर परिवारों को कंगाल कर देगा। जब आर्थिक गतिविधि रुकी हुई हों तो सरकारों को अपने घाटे को पूरा करने के लिए उधार लेना चाहिए, न कि उच्च कर का बोझ देना चाहिए।'
नया कर लगाना या कर को बढ़ाना तभी सही है, जब अर्थव्यवस्था फलफूल रही हो। मध्यम वर्ग और गरीबों पर लगाया गया कर, वास्तव में उनके संकटो पर ऊपर से कर वसूलने जैसा है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 6, 2020
सरकारों को संकट के समय में लोगों को पैसा देना चाहिए, लोगों से धन की उगाही नहीं करनी चाहिए।
वही, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए बुधवार को सवाल किया कि जब किसानों और मजदूरों की मदद नहीं हो रही है तो फिर किसके लिए पैसा इकट्ठा किया जा रहा है? उन्होंने ट्वीट किया, 'कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट का फायदा जनता को मिलना चाहिए। लेकिन भाजपा सरकार बार-बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर जनता को मिलने वाला सारा फायदा अपने सूटकेस में भर लेती है।'
कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट का फायदा जनता को मिलना चाहिए। लेकिन भाजपा सरकार बार-बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर जनता को मिलने वाला सारा फायदा अपने सूटकेस में भर लेती है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 6, 2020
गिरावट का फायदा जनता को मिल नहीं रहा है और जो पैसा इकट्ठा हो रहा है उससे भी मजदूरों की, मध्यम वर्ग की..1/2
प्रियंका गांधी ने दावा किया, 'कच्चे तेल की कीमत में गिरावट का फायदा जनता को मिल नहीं रहा है और जो पैसा इकट्ठा हो रहा है उससे भी मजदूरों, मध्यम वर्ग, किसानों और उद्योगों की मदद हो नहीं रही है।' प्रियंका ने सवाल किया कि आख़िर सरकार पैसा इकट्ठा किसके लिए कर रही है?
इसके अलावा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'कच्चे तेल के दाम लगातार गिर रहे हैं। तेल के कम दामों का फ़ायदा जो पेट्रोल-डीज़ल की कम क़ीमतों से किसान-दुकानदार-व्यापारी-नौकरीपेशा वर्ग को होना चाहिए, उसे कर लगा भाजपा सरकार अपनी जेब में डाल रही है। क्या जनता को लूट जेबें भरना “राजधर्म” है?'
जब देश के लोग कोरोना से लड़ रहे हैं,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 5, 2020
जब देश के लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं,
जब रोज़ी-रोटी-रोज़गार की मार झेल रहे हैं,
तब
कच्चे तेल की औंधे मुँह गिरी क़ीमतों का फ़ायदा देश के लोगों को क्यों नही मिल रहा?
पेट्रोल-डीज़ल पर ₹10-₹13/लीटर बढ़ा देश की जनता को लूटना देश द्रोह है। https://t.co/ouQOM5hcwi
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने मंगलवार रात को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया।
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