भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत पर स्पॉट फिक्सिंग के लिए लगा सात साल का प्रतिबंध आज यानि रविवार को खत्म हो गया। इस तेज गेंदबाज को शुरुआत में आजीवन प्रतिबंधित किया गया था, लेकिन उन्होंने इस फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी। सैंतीस साल के श्रीसंत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि बैन खत्म होने पर उनका कम से कम घरेलू करियर को दोबारा शुरू करने का इरादा है और उनके घरेलू राज्य केरल ने वादा किया है कि अगर यह तेज गेंदबाज अपनी फिटनेस साबित कर दे तो वे उसके नाम पर विचार करेंगे।
श्रीसंत ने बैन समाप्त होने से कुछ दिन पहले शुक्रवार को ट्वीट किया कि मैं अब किसी भी तरह के आरोपों से पूरी तरह मुक्त हूं और अब उस खेल का प्रतिनिधित्व करूंगा जो मुझे सबसे अधिक पसंद है। मैं प्रत्येक गेंद पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा फिर चाहे यह अभ्यास ही क्यों ना हो। उन्होंने कहा कि मेरे पास अधिकतम पांच से सात साल का समय बचा है और मैं जिस भी टीम की ओर से खेलूंगा उसके लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा।
I’m completely free of any charges nd anything nd now gonna represent the sport I love the most.will give my very best to every ball I ball even it’s just practice.just have another 5 to 7 years max to give it all I’ve got nd I will give the very best to any team I play
— Sreesanth (@sreesanth36) September 10, 2020
कोरोना वायरस महामारी के कारण भारतीय घरेलू सत्र स्थगित होने के कारण यह देखना होगा कि अगर केरल उन्हें मौका देने का फैसला करता है तो वह कब वापसी कर पाएंगे। भारत का घरेलू सत्र अगस्त में शुरू होता है लेकिन महामारी के कारण पूरा कार्यक्रम अस्त व्यस्त हो गया है। आईपीएल के 2013 सत्र में कथित स्पॉट फिक्सिंग के लिए श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा था लेकिन पिछले साल भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के लोकपाल ने उन पर लगे प्रतिबंध को घटाकर सात साल का कर दिया था।
यह भी पढ़ें- खत्म हुआ इंतजार,BCCI ने जारी किया IPL 2020 का शेड्यूल, जानें कब,कहां और कितने बजे से खेले जाएंगे मैच