होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

सिरसा छावनी में तब्दील, गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग पर अड़े किसान संगठन

सिरसा छावनी में तब्दील, गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग पर अड़े किसान संगठन

 

किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसान संगठनों के एसपी कार्यालय के घेराव की घोषणा के चलते प्रशासन ने सिरसा को छावनी में तब्दील कर दिया गया। बरनाला रोड पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आवास की ओर जाने वाले रास्ते के बाहर बैरिकेड लगाए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।

गौरतलब है कि रविवार शाम को डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का काफिला चौ. देवीलाल विश्ववद्यिालय से बाहर निकल रहा था। इस दौरान किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। प्रदर्शनकारियों ने गाडिय़ों पर पथराव किया जिसमें डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे टूट गए थे। इस प्रकरण में बीच-बचाव कर रहे पुलिस कर्मी भी घायल हो गए। इसी दौरान एएसआई प्रेम कुमार के कार्य में बांधते हुए एक गाड़ी उस पर चढ़ा दी गई। हादसे में वह घायल हो गया और उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। इसके बाद घायल पुलिस कर्मी की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने कंवलप्रीत सहित 90-100 अन्य किसानों के खिलाफ विभन्नि धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच की जम्मिेवारी एसआई ओमप्रकाश को सौंपी गई है। डीएसपी आर्यन चैधरी ने बताया कि घायल पुलिस कर्मी की शिकायत पर एक नामजद सहित अन्य किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।

किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा: एसपी

किसानों पर दर्ज किए गए मामलों के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों के आह्वान पर 17 जुलाई को सिरसा में किसानों द्वारा धरना-प्रदर्शन करना प्रस्तावित है, जिसको लेकर पुलिस अलर्ट है। पुलिस ने मामले को देखते हुए तीन कंपनियां पहले ही सिरसा में बुला ली थी, जबकि चार कंपनियां और बुला ली गई है। इसके अलावा रेपिड एक्शन की फोर्स भी बुलाई गई। एसपी डॉ. अर्पित जैन ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा और शरारती तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।

षड्यंत्र रच रही है पुलिस: भारूखेड़ा

हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए इस तरह के षड्यंत्र रच रही है। इसी कड़ी के एक के बाद एक मामले किसानों पर दर्ज किए जा रहे हैं। रविवार को हुए प्रकरण मामले में पुलिस ने अब एक ओर एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने कहा कि किसान मामलों से डरने वाले नहीं है। कृषि कानून रद्द नहीं होने तक लगातार आंदोलन जारी रहेगा। ‍

 

यह भी पढ़ें- कांवड़ यात्रा व अन्य धार्मिक आयोजनों पर रोक, जानें नई गाइडलाइन्स में क्या खुला और क्या रहेगा बंद?


संबंधित समाचार