Jai Ram Thakur: जयराम ठाकुर ने किन्नौर के रिकांगपियों में पन्ना प्रमुख सम्मेलन में जनसभा को संबोधित करते हुए राज्यसभा में कांग्रेस की हार पर कहा कि मैं सीएम होता तो राज्यसभा की हार के बाद पद से इस्तीफा दे देता। जयराम ठाकुर ने कहा कि पंद्रह महीने की सरकार में 15 पैसे का काम नहीं किया है ना ही नई योजनाएं चलाई तो और तो और जो पुरानी योजनाएं चल रही थी, उन्हें भी बंद कर दिया।
प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। ऐसे-ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो पहले कभी नहीं हुए थे। मुख्यमंत्री ने पुलिस को अपने विधायकों की रखवाली करवाने और विपक्ष के नेताओं की जासूसी करवाने में लगा रखा है।
जयराम ने सरकार की योजनाएं को याद दिलाते हुए गोबर खरीदने से लेकर 300 यूनिट बिजली देने का वादा किया, महिलाओं को 1500 रुपए देने की बात कहीं थी, लेकिन दिया कुछ नहीं। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में कहा कि- हमने बिना कहे, बिना गारंटी दिये बस का किराया महिलाओं के लिए आधा किया, 30 हज़ार असहाय लोगों को हर महीने 3 हज़ार रुपए की पेंशन दी।
बीजेपी सरकार की गिनवाई उपलब्धियां
जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बीजेपी सरकार की 10 सालों की उपलब्धियां भी गिनवाई उन्होंने कहा कि देश में इस समय मोदी की लहर चल रही है। दस साल के काम को देखकर देश के कोने-कोने से आवाज आ रही है कि आएगा तो मोदी ही। चाहे आज किन्नौर और बॉर्डर एरिया की सड़कें हों या नेटवर्क से लेकर अन्य तरह की कनेक्टिविटी। हर क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास हुआ है।
किन्नौर के लोग भी इसके गवाह हैं। प्रधानमंत्री की योजनाएं लोगों तक बिना किसी भ्रष्टाचार के पहुंची हैं। पहले के प्रधानमंत्री कहते थे कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो 85 पैसे बिचौलिये खा जाते हैं, लेकिन मोदी ने ऐसा प्रबंध किया की एक भी पैसा बिचौलिये नहीं ले सकते। जो दिल्ली से आता है वह किन्नौर के दूर से दूर बैठे व्यक्ति को पूरा का पूरा मिलता है। उनके इसी कामों से देश के लोग इस बार भाजपा को चार सौ से ज़्यादा सीटें दे रहे हैं हिमाचल भी चार की चार सीटें देकर प्रधानमंत्री को मज़बूती देगा।
देश के लोग किसी नेता पर इस तरह से विश्वास अकारण ही नहीं कर रहे हैं। इसके पीछे नरेंद्र मोदी के दस साल की मेहनत है। दस साल में जो हुआ वह पिछले 70 सालों में भी नहीं हो पाया। इस दौरान कंगना रनौत, किन्नौर ज़िला अध्यक्ष यशवंत नेगी समेत अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।