भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त की शाम को सोशल मीडिया के जरिए इंटरनैशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया। इसके बाद से ही धोनी को उनके संन्यास के बाद देश-विदेश सभी जगह से बधाईयां मिली। इसी कड़ी में एमएस धोनी के रिटायरमेंट पर प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने भावुक कर देने वाली चिट्ठी लिखी है। धोनी को लिखी इस चिट्ठी में प्रधानमंत्री ने उनके भारतीय क्रिकेट में दिए योगदानों को याद करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बताया है।
पीएम मोदी ने धोनी को न्यू इंडिया का एक ऐसा उदाहरण करार दिया है, जहां परिवार किसी युवा का भाग्य तय नहीं करता, बल्कि युवा खुद अपना भाग्य बनाता है। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के फैसले पर कहा, 'इससे 130 करोड़ भारतीय निराश हुए लेकिन वे पिछले डेढ़ दशक में भारतीय क्रिकेट को दिए गए योगदान को लेकर आपके आभारी हैं। एक तरफ आपके क्रिकेट करियर को आंकड़ों के जरिए देखें तो आप भारत को वल्र्ड चार्ट में टॉप पर ले जाने वाले सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं।'
पीएम ने आगे लिखा, 'इतिहास में आपका नाम महानतम क्रिकेट कप्तानों और शानदार विकेटकीपर के रूप में दर्ज होगा। मुश्किल घड़ी में भी डटे रहने और मैच खत्म करने की आपकी स्टाइल, खासकर 2011 के वल्र्डकप फाइनल को आने वाली पीढ़ियां हमेशा याद रखेंगी।' पत्र में उन्होंने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी का नाम सिर्फ करियर के आंकड़ों और क्रिकेट मैच जिताने वाली भूमिकाओं के लिए ही नहीं याद रखा जाएगा। उन्हें सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर देखना अन्याय होगा। वही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे से कस्बे से निकलकर राष्ट्रीय क्षितिज पर महेंद्र सिंह धोनी के छा जाने का भी जिक्र किया है।
उन्होंने कहा, 'एक छोटे टाउन से निकलकर राष्ट्रीय क्षितिज पर छाकर खुद को और भारत को गर्व का बोध कराया। आपके उभार और उसके बाद का आचरण उन करोड़ों युवाओं को प्रेरित करता है जो किसी सुविधाजनक स्कूल-कॉलेज या बड़े परिवार से नाता नहीं रखते, लेकिन उनमें ऊंचाइयों पर पहुंचने का टैलेंट है। आप एक महत्वपूर्ण उदाहरण हैं न्यू इंडिया की भावना का, जहां परिवार का नाम युवाओं का भाग्य तय नहीं करता, बल्कि खुद युवा अपनी पहचान बनाते हैं और अपना भाग्य तय करते हैं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महेंद्र सिंह धोनी को लिखे पत्र में कहा है, 'जहां से हम आते हैं, तब तक कोई फर्क नहीं पड़ता जब तक हम जानते हैं कि हम कहां हैं - यह वह भावना है जिसने युवाओं को प्रेरित किया है।' इसके अलावा 2007 के टी- 20 वर्ल्ड कप का उदाहरण दोते हुए पीएम मोदी ने धोनी के खतरा उठाने की शैली का भी जिक्र करते हुए उनके सशस्त्र सेनाओं के साथ जुड़ाव की भी सराहना की।
उन्होंने धोनी की सफलता में पत्नी साक्षी और बेटी जीवा का भी जिक्र किया है और कहा कि उम्मीद है कि साक्षी और जीवा को आपके साथ और ज्यादा समय बिताने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनके त्याग के बगैर यह उपलब्धियां संभव नहीं थीं। प्रधानमंत्री ने एमएस धोनी को प्रोफेशनल और पर्सनल प्राथमिकताओं के बीच संतुलन की प्रेरणा देने वाला बताया।
धोनी ने PM मोदी का किया शुक्रिया अदा
वही, इस पत्र के जवाब में धोनी ने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है। महेंद्र सिंह धोनी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की ही भूख होती है। वे चाहते हैं कि उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें और उसकी तारीफ करें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।'
An Artist,Soldier and Sportsperson what they crave for is appreciation, that their hard work and sacrifice is getting noticed and appreciated by everyone.thanks PM @narendramodi for your appreciation and good wishes. https://t.co/T0naCT7mO7
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) August 20, 2020
आपको बता दें कि भारत को 2007 में टी-20 विश्व कप, 2011 में आईसीसी वनडे विश्व कप और 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जिताने वाले धोनी ने 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। धोनी ने संन्यास की घोषणा के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। धोनी अब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान के तौर पर आईपीएल में खेलते रहेंगे।
यह भी पढ़ें- Dream 11 बना IPL 2020 का टाइटल स्पॉन्सर, 222 करोड़ रुपये में मिले अधिकार