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पंचकूला हिंसा मामले में नया मोड़, पुलिस ने vipassana insan को किया MOSTWANTED लिस्ट से बाहर

पंचकूला हिंसा मामले में नया मोड़, पुलिस ने vipassana insan को किया MOSTWANTED लिस्ट से बाहर

 

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और साध्वी यौन शोषण मामले से लेकर पत्रकार छत्रपति मर्डर मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में सजा भुगत रहे गुरमीत राम रहीम के खास विपासना इंसां और आदित्य इंसां पर हरियाणा पुलिस मेहरबान नजर आ रही है। अब पुलिस ने विपासना को मोस्टवांटेड लिस्ट से बाहर कर दिया है।

वहीं, केंद्र सरकार ने एक साल पहले पूछा था कि इस केस को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया जाए। इसका जवाब अब तक नहीं होम डिपार्टमेंट ने नहीं भेजा है। इधर, जम्मू-कश्मीर के रहने वाले आदित्य इंसां करीब 2 साल से फरार है, जबकि पुलिस ने उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है, जिसे पकड़ने के प्रयास भी कम हो चुके हैं। हरियाणा पुलिस ने इनपुट के आधार पर 3 जिलों की पुलिस फोर्स लेकर सिरसा डेरे में रेड करने की प्लानिंग बनाई थी, लेकिन कैंसिल कर दिया गया।

असल में 25 अगस्त 2017 को पंचकूला इन सबूतों के आधार पर सामने आई थी विपासना की भूमिकामें डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को डेरे सिरसा से पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया था। गुरमीत सिंह के यहां पेश होने से पहले भारी संख्या में डेरे के अनुयायियों को यहां भेजा गया था। 25 अगस्त को सीबीआई कोर्ट ने जब साध्वी यौन शोषण मामले में गुरमीत सिंह को दोषी करार दिया था, तो उसके बाद पंचकूला में हिंसा भड़क गई थी।

इस पूरे मामले में हनी प्रीत की भूमिका सामने आने के बाद पुलिस ने विपासना को पंचकूला में पूछताछ के लिए बुलाया था। विपासना आई तो हनीप्रीत के सामने बिठाकर उस से पूछताछ की गई थी। दोनों में सवालों के जवाब देने के दौरान बहस भी हुई थी। पुलिस विपासना से हनीप्रीत की डायरी को डी कोड करवाना चाहती थी। उसे दोबारा बुलाया गया था, लेकिन वो नहीं आई। जिसके बाद पुलिस ने विपासना को वांटेड लिस्ट में डाला था। इसी दौरान पुलिस जांच में सामने अबाया कि विपासना पूरे मामले में शामिल थी।

पुलिस ने जिस विपासना को पकड़ने के लिए 8 बार रेड की थी। उसे अब मोस्टवांटेड लिस्ट से बाहर कर दिया है। दिसंबर-जनवरी महीने के दौरान विपासना चंडीगढ़ में ईडी की इनक्वायरी के दौरान बयान दर्ज करवाने के लिए कई बार आई। पुलिस को ईडी ने बताया कि विपासना यहां हैं, लेकिन अरेस्ट नहीं किया था। विपासना ने पंचकूला पुलिस को एक लेटर भेजा था। इसमें कहा मैं पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में मदद करने के लिए तैयार हूं। जो भी मदद चाहिए, मुझे बताया जाए, मैं पंचकूला में जांच में शामिल होने के लिए आ सकती हूं, लेकिन अभी तक पुलिस ने नहीं बुलाया है, जबकि कभी विपासना कभी डेरे में मिली नहीं, बस उसका लेटर आया है। अब पुलिस ने उसे मोस्ट वांटेड लिस्ट से बाहर कर दिया है।


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