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पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन, PM मोदी और CM योगी ने जताया दुख

पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन, PM मोदी और CM योगी ने जताया दुख

 

उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व स्पीकर और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का 88 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने आज सुबह करीब 5 बजे प्रयागराज में अपने घर पर ही अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि आज शाम को ही प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर केशरी नाथ त्रिपाठी का अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

जानकारी के अनुसार, 30 दिसंबर 2022 को केशरी नाथ त्रिपाठी की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। उनको इलाज के लिए अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया था। इस दौरान तबीयत में थोड़ा सुधार होने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। हालांकि घर पर भी उनका इलाज किया जा रहा था। लेकिन 8 जनवरी यानी आज सुबह करीब 5 बजे केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन हो गया। केशरी नाथ त्रिपाठी का 10 नवंबर 1934 जन्म हुआ था। 

PM मोदी और CM योगी ने जताया दुख 

केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, "श्री केशरी नाथ त्रिपाठी जी को उनकी सेवा और बुद्धि के लिए सम्मान दिया जाता था। वे संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे। उन्होंने यूपी में भाजपा के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत की। उनके निधन से आहत हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ऊँ शांति।"

 

वहीं, सीएम योगी ने केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, "वरिष्ठ राजनेता, भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य, बंगाल के पूर्व राज्यपाल आदरणीय केशरी नाथ त्रिपाठी जी का निधन अत्यंत दुखद है। प्रभु श्रीराम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दे।" 

 

जानिए केशरी नाथ त्रिपाठी के बारे में खास बातें... 

बता दें कि यूपी के प्रयागराज में जन्मे केशरी नाथ त्रिपाठी पेशे से अधिवक्ता थे। इसके साथ-साथ वह  लेखक और कवि भी थे। केशरी नाथ त्रिपाठी ने कई किताबें भी लिखी। उनकी प्रमुख साहित्यिक रचनाओं में 'मनोनुकृति' और 'आयु पंख' शामिल थीं।  केशरी नाथ त्रिपाठी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रेक्टिव करते हुए कानूनी दांव-पेंच सीखे।

बाद में उन्होंने राजनीति की ओर अपना रुख किया। केशरी नाथ त्रिपाठी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे और एक बार उन्हें यूपी में पार्टी की कमान भी सौंपी गई थी। वहीं, 1977-79 में जनता पार्टी सरकार में केशरी नाथ त्रिपाठी कैबिनेट मंत्री बने थे।

इसके अलावा 3 बार (1991-1993, 1997-2002 और मई 2002 से मार्च 2004) उत्तर प्रदेश विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी संभाली। जुलाई 2014 में उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया गया था। वो 2019 तक बंगाल के राज्यपाल रहे और साथ ही बिहार, मेघालय और मिजोरम के राज्यपाल का प्रभार भी संभाला था। 


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