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कोरोना संकट के चलते जन्माष्टमी पर भक्तों को नहीं मिले प्रभु के दर्शन

कोरोना संकट के चलते जन्माष्टमी पर भक्तों को नहीं मिले प्रभु के दर्शन

 

जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस बार पंचांग के अनुसार अष्टमी की तिथि 11 अगस्त यानि आज सुबह 9 बजकर 6 मिनट से आरंभ हुई। देशभर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव कोरोना की भेंट चढ़ गया।

वही, देवभूमि हिमाचल प्रदेश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते प्रदेश में जन्माष्टमी का त्योहार बेहद साधारण तरीके से मनाया जा रहा है। राजधानी शिमला के श्री कृष्ण मंदिर के कपाट जन्माष्टमी में भी बंद रहे। हालांकि सुबह के समय पंडितों ने आज धर्म के अनुसार पूजा अर्चना की।

जन्माष्टमी के दिन कृष्ण मंदिर में भक्तों का आना जाना जारी है लेकिन भक्तों को मायूस होकर वापिस लौटना पड़ रहा है। बता दें कि मंदिर सनातन धर्म सभा ने पहले ही भक्तों से अपील की थी कि घर पर रहकर ही व्रत रखें और पूजा अर्चना करें।

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