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आईएएस बी. चंद्रकला के आवास पर CBI का छापा, कानपुर-दिल्ली में भी रेड

आईएएस बी. चंद्रकला के आवास पर CBI का छापा, कानपुर-दिल्ली में भी रेड

 

केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने समाजवादी पार्टी सरकार में हुए खनन घोटाले में शनिवार को आईएएस बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित आवास और हमीरपुर, कानपुर समेत प्रदेश भर में 12 ठिकानों में छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई को भारी अनियमितताओं का पता चला है। साथ ही कई खनन ठेकेदारों और मौरंग व्यापारियों के घरों पर भी छापे मारे गए हैं.

सीबीआई की टीम ने बी.चंद्रकला के लखनऊ आवास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं. सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101 में सीबीआई की टीम मौजूद है. फिलहाल छापेमारी की कार्रवाई यहां जारी है.

इसके अलावा सीबीआई की एक टीम हमीरपुर में भी छापेमारी कर रही है. टीम ने यहां के 2 बड़े मौरंग कारोबारियों- रमेश मिश्रा और सत्यदेव दीक्षित के घरों पर छापेमारी की है. रमेश मिश्रा समाजवादी पार्टी के एमएलसी हैं जबकि सत्यदेव दीक्षित बीएसपी के नेता हैं.

सूत्रों के अनुसार वर्ष 2015 में अवैध रूप से जारी मौरंग खनन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर, 2015 को हमीरपुर में जारी किए गए सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद्द कर दिए थे.

याचिकाकर्ता विजय द्विवेदी के मुताबिक मौरंग खदानों पर पूरी तरह से रोक लगाने के बाद भी हमीरपुर जिले में अवैध खनन खुलेआम किया गया. 28 जुलाई, 2016 को तमाम शिकायतें और याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सीबीआई को अवैध खनन की जांच सौंप दी थी.

बता दें कि अखिलेश यादव की सरकार में आईएएस अधिकारी बी.चंद्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर में जिलाधिकारी के पद पर हुई थी. उनपर आरोप है कि उन्होंने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे. जबकि ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था लेकिन बी.चंद्रकला ने इनकी अनदेखी की थी.


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