शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने किसानों का 'दिल्ली चलो' मार्च विफल करने का प्रयास करने के लिए हरियाणा सरकार की आलोचना की और प्रयास को 'पंजाब का 26/11' करार दिया। वही, बठिंडा की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी हरियाणा में किसानों को प्रवेश करने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार की निंदा की और कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है।
सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा, 'आज पंजाब का 26/11 है। हम लोकतांत्रिक प्रदर्शन के अधिकार की समाप्ति देख रहे हैं। अकाली दल हरियाणा सरकार और केंद्र की निंदा करता है जिसने किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाया।' इसके अलावा शिअद प्रमुख ने पंजाब-हरियाणा सीमा के पास किसानों के खिलाफ पानी की बौछारों का इस्तेमाल करने के लिए हरियाणा की भाजपा नीत सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'किसानों के खिलाफ पानी की बौछारों का इस्तेमाल करके अधिकारों के लिए पंजाब के किसानों के संघर्ष को नहीं दबाया जा सकता है। इससे हमारा संकल्प और मजबूत होगा।'
The battle for the rights of Punjab farmers cannot be throttled by using water cannons against them. Our resolve will only strengthen further.#FarmersProtest #AntiFarmerActs
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) November 26, 2020
वही, हरसिमरत कौर बादल ने भी राज्य में किसानों को प्रवेश करने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार पर प्रहार किया। हरसिमरत कौर ने ट्वीट किया, 'संविधान दिवस पर लोकतंत्र की हत्या की गई। किसानों की आवाज दबाई गई, अन्नदाताओं पर पानी की बौछारें छोड़ी गईं। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से अपील करती हूं कि वे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी को निर्देश दें कि वह किसानों को शांतिपूर्वक जाने दें ताकि वे दिल्ली में केंद्र को अपने मुद्दों से अवगत करा सकें। मैं उनके साथ खड़ी हूं।'
Murder of democracy on #ConstitutionDay!
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) November 26, 2020
Farmers' voices stifled, water canons used on annnadata! I appeal to PM @narendramodi ji to direct Hry CM @mlkhattar ji to let our farmers' march on peacefully to convey their issues to Centre in Delhi. I stand in solidarity with them.
बता दें कि हरियाणा पुलिस ने बृहस्पतिवार को पंजाब के किसानों के एक समूह पर पानी की बौछारें छोड़ीं और आंसू गैस का इस्तेमाल किया जिन्होंने ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत हरियाणा में घुसने के लिए पुलिस अवरोधकों को पार करने का प्रयास किया।
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