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शारदा घोटाला: बढ़ेगी राजीव कुमार की मुश्किलें

शारदा घोटाला: बढ़ेगी राजीव कुमार की मुश्किलें

 

शारदा घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से CBI ने शनिवार को घंटों पूछताछ की.सीबीआई के अधिकारियों ने राजीव से शिलॉन्ग स्थित सीबीआई दफ्तर में करीब 7 घंटे तक पूछताछ की. सीबीआई के ज्यादातर सवाल शारदा चिटफंड स्कैम की शुरुआत से लेकर अब तक के पूरे विवाद पर केंद्रित थे. जिसमें सीबीआई अधिकारियों ने शारदा घोटाला में 'नष्ट किए गए' सबूतों को लेकर भी उनसे पूछताछ की.

राजीव कुमार पर सबूत नष्ट करने का आरोप

राजीव कुमार को सीबीआई के सामने आज फिर पेश होना है. इस बार उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि सीबीआई ने राजीव कुमार के खिलाफ बोलने वाले पूर्व टीएमसी सांसद कुणाल घोष को भी बुलाया है.

कौन हैं कुणाल घोष?

कुणाल घोष को 2013 में बंगाल पुलिस की एसआईटी ने गिरफ्तार किया था. उन्होंने जून 2014 में सीबीआई को एक 94 पेज का लेटर भेजा था जिसमें शारदा घोटाले में बंगाल सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे. कुणाल शनिवार को शिलॉन्ग पहुंच गए. उन्होंने कहा, 'सीबीआई ने मुझे रविवार को सुबह 10 बजे पूछताछ के लिए बुलाया है.' राजीव कुमार को इसके आधे घंटे बाद 10:30 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है. बता दें कि सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में आरोप लगाया था कि शारदाचिटफंड घोटाले की एसआईटी जांच के अगुवा रहे कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के साथ छेड़छाड़ की और उन्होंने सीबीआई को जो दस्तावेज सौंपे, उनमें से कुछ में 'छेड़छाड़' की गई थी. शीर्ष अदालत ने 'सभी अनावश्यक विवादों से बचने के लिए' कुमार को तटस्थ स्थान शिलॉन्ग में सीबीआई के सामने पेश होने का निर्देश दिया था.

ज्यादातर सवाल अप्रैल 2013 के घटनाक्रम पर केंद्रित

सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि राजीव कुमार से पूछे गए ज्यादातर सवाल अप्रैल 2013 में हुई घटनाओं पर ही आधारित थे. इसके अलावा बतौर बिधाननगर पुलिस कमिश्नर उनके रोल पर कुछ सवाल किए गए. बिधाननगर पुलिस ने शारदा ग्रुप के मास्टरमाइंड सुदीप्त सेन के खिलाफ पहली एफआईआर 16 अप्रैल 2013 को दर्ज की थी. इसके बाद बंगाल सरकार ने 26 अप्रैल को मामले की जांच के लिए एक एसआईटी बनाई थी.

शनिवार को डेप्युटी एसपी तथागत बर्धन के नेतृत्व में छह सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने राजीव से पूछताछ शुरू की. तथागत वही अधिकारी हैं जो बीते रविवार को भी राजीव कुमार के कोलकाता आवास पूछताछ के लिए गए थे. पूछताछ के दौरान अधिकारियों का फोकस कथित तौर पर नष्ट किए गए महत्वपूर्ण सबूतों के बारे में पूछताछ पर भी रहा. राजीव कुमार के बयानों को अब सुदीप्त सेन के बयानों से मिलाया जाएगा, जो उन्होंने सीबीआई और ईडी को दिए थे.

इससे पहले सीबीआई अधिकारी बीते रविवार को राजीव कुमार से पूछताछ के लिए उनके घर पर गए थे, लेकिन लंबे ड्रामे के बाद कोलकाता पुलिस ने सीबीआई अधिकारियों को ही कुछ घंटों के लिए हिरासत में ले लिया था. इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन दिन तक धरना दिया था. फिर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद उन्होंने अपना धरना खत्म किया.


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