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पीएम मोदी ने कहा, आप लोग टेंशन में हैं क्या? यह भूल जाइए कि आप प्रधानमंत्री से बात कर रहे हैं

पीएम मोदी ने कहा, आप लोग टेंशन में हैं क्या? यह भूल जाइए कि आप प्रधानमंत्री से बात कर रहे हैं

 

राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शुक्रवार (16 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को परीक्षा के गुर दिए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने छात्र जीवन से जुड़ी बातेें भी छात्रों से साझा कीं। प्रधानमंत्री मोदी ने एक मजेदार बात कही कि आमतौर पर छात्र ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा करते हैं, लेकिन परीक्षा दिन वे हनुमान जी की पूजा करते हैं।

पीएम मोदी का परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया था, लेकिन पीएम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देश के लाखों बच्चों से मुखातिब रहे। कार्यक्रम को सबसे पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संबोधित किया। कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री, रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा सहित काफी संख्या में बच्चे शामिल थे।

पीएम मोदी ने अपनी लाइव क्लास में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों के प्रति हमारे मन में एक भाव होना चाहिए। योग से ऊर्जा का संचार होगा, ध्यान केंद्रित करने में सहायता मिलेगी। ताड़ासन योग से शरीर और मन जुड़ता है, आप शवासन और योग निद्रा का योगासन कर सकते हैं। पर्याप्त नींद लेना जरूरी है लेकिन संयमित नींद हो।

पीएम ने कहा-भारत का बच्चा जन्मजात पाॅलिटिशयन होता है, बच्चों को पता है कि उसे काम कराने के लिए क्या करना है। दादा,दादी मां-बाप सबको पटा कर बच्चे काम करा लेते हैं। खुद से अनुस्पर्धा करेंगे तो सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त करेंगे। प्रतिस्पर्धा नहीं खुद से स्पर्धा करें। आप सबसे पहले अपने आपको जानने की कोशिश करें। वर्तमान में जीने की आदत एकाग्रता के लिए रास्ता खोल देती है।

उन्होंने बच्चों से कहा कि माता का इमोशन सबसे ज्यादा कारगर होता है, इमोशन प्रेरणा का सबसे बड़ा स्त्रोत है।24 घंटे परीक्षा, करियर जैसे शब्द, इनसे बाहर भी एक दुनिया है। मां-बाप का मूड अच्छा हो तो बच्चों को खुलकर बात करनी चाहिए।

पीएम ने माता-पिता को  भी सलाह दी और कहा कि सिर्फ अंक ही जिंदगी नहीं होती, बच्चों पर अनावश्यक दवाब नहीं डालें। कलाम फेल हुए लेकिन बड़े वैज्ञानिक बने। बच्चों को सोशल स्टेट्स न बनाएं। दूसरे बच्चों से अपने बच्चों की तुलना नहीं करें।

रेडियाे अौर दूरदर्शन के माध्यम से बिहार के विभिन्न माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने पीएम मोदी की बातें सुनीं और अपने विचार भी साझा किए। जिला शिक्षा कार्यालय ने इस कार्यक्रम की तैयारी करने के लिए पहले ही सभी स्कूलों को सूचना जारी कर दी थी। 

बोर्ड परीक्षा के पहले परीक्षार्थियों को तनाव न हो। परीक्षा को कठिन नहीं बल्कि छात्र आसान रूप में ले। अंक के लिए नहीं बल्कि नॉलेज पर फोकस हो। इन बातों पर पीएम नरेन्द्र मोदी बोर्ड परीक्षार्थियों के साथ चर्चा की। तमाम बोर्ड परीक्षार्थी पीएम मोदी की बातें सुन पाएं, इसके लिए पटना के अधिकतर स्कूलों में प्रोजेक्टर लगा कर यह व्यवस्था की गई थी।

राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी किरण कुमारी ने कहा कि राज्यभर से 400 छात्रों के सवाल सेलेक्ट हुए थे। वेबसाइट क्रश होने से बांका जिले से अधिक सवाल नहीं आ पाए। 

उन्होंने बताया कि अधिकतर सवाल परीक्षा के दौरान जो अनावश्यक दबाव बनाया जाता है उसको लेकर था। सबसे अधिक बोर्ड की ओर से परीक्षा में कदाचार करने पर जेल या अन्य दंड काे लेकर भी था। बच्चों ने कहा है कि बाेर्ड एक प्रकार से धमकी देता है। साथ ही बच्चों ने सवाल पूछा कि स्कूल में शिक्षकों की कमी है, ऐसे में पढ़ाई ही नहीं होती, फिर रिजल्ट कैसे अच्छा होगा?

वहीं घर पर भी अभिभावक परीक्षा में अनावश्यक रूप से बेहतर करने का दबाव देते हैं। डीपीओ डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि पटना 45 छात्रों का प्रश्न सेलेक्ट हुआ था। इनमें से कुछ प्रश्न रेंडमली सेलेक्ट किए गए थे। जिन बच्चों का सवाल सेलेक्ट हुआ था, उन स्कूलों में बच्चों को मोबाइल लेकर रखने के लिए कहा गया था। 


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