केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद वहां के हालातों को लेकर बयान दिया है। अमित शाह ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के हालात अब सामान्य हो गए हैं। शाह ने बताया कि 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटने के बाद से पुलिस फायरिंग में कश्मीर के किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई।
HM Amit Shah in Rajya Sabha: After August 5(abrogation of artice 370 in J&K) not even a single person has died in police firing. People in this house were predicting bloodshed but I am happy to inform that no one has died in police firing. Incidents of stone pelting have declined pic.twitter.com/JAJMR8vPgD
— ANI (@ANI) November 20, 2019
अमित शाह ने सदन में मौजूद सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, पूरे देश में मोबाइल लगभग 1995-97 के आसपास आया और कश्मीर में मोबाइल 2003 में बीजेपी सरकार ने पहली बार शुरू किया, तब तक सुरक्षा कारणों के कारण शुरू नहीं किया गया था। उन्होंने बताया, इंटरनेट भी कई सालों तक रोका गया। साल 2002 में वहां इंटर नेट की परमिशन दी गई।
अमित शाह ने कहा, जब देश की सुरक्षा, कश्मीर के नागरिकों की सुरक्षा का सवाल है और आतंकवाद से लड़ाई का सवाल है, तब कहीं न कहीं प्रायोरिटी तय करनी पड़ती है। जैसे ही वहां के प्रशासन को उचित लगेगा हम तुरंत इस पर पुन:विचार करेंगे। घाटी में 5 अगस्त के बाद किसी कि भी मौत पुलिस फायरिंग में नहीं हुई, इतना ही नहीं घाटी में पत्थरबाजी की घटना में भी कमी आई है।