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BJP विधायक का विवादित बयान, कहा- पंडित नहीं थे नेहरू, खाते थे गाय और सुअर का मांस

BJP विधायक का विवादित बयान, कहा- पंडित नहीं थे नेहरू, खाते थे गाय और सुअर का मांस

 

नई दिल्ली: अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले राजस्थान के रामगढ़ से बीजेपी की विधायक ज्ञानदेव आहूजा एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जाति पर सवाल उठाते हुए विवादित बयान दिया है. आहूजा ने नेहरू के नाम के आगे पंडित लगाने पर अपना विरोध जताते हुए कहा है कि जो व्यक्ति गाय और सुअर का मांस खाता हो वह पंडित कैसे हो सकता है?

आहtजा ने आगे कहा कि गाय हिन्दुओं की आस्था का केंद्र है और सुअर को मुस्लिम बुरा मानते हैं लेकिन जवाहर लाल नेहरू ने किसी को नहीं छोड़ा. बता दें कि आहूजा ये बात प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कही. आहूजा ने अपने बयान में और भी बाते कहते हुए बोले कि कांग्रेस ने जवाहर लाल नेहरू के नाम के आगे पंडित लगाकर ब्राह्मणों को अपने साथ जोड़ा और बाबू जगजीवन राम को आगे कर कांग्रेस ने दलित को जोड़ना चाहा लेकिन अब कांग्रेस की पोल खुल गई है.

राजस्थान विधानसभा और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक दूसरे को लेकर बयानबाजी में जुट गए हैं. ज्ञानदेव आहूजा पहले भी अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं. साल 2016 में भी ज्ञानदेव आहूजा ने पंडित नेहरू पर हमला बोला था. 

उन्होंने कहा था कि कश्मीर समस्या पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू की देन है, जो उन्होंने अपने सौतेले भाई अब्दुल्ला के साथ मिलकर देश को दी थी. उन्होंने कहा था कि कश्मीर के लोगों को दामाद की तरह हम खिला रहे हैं उसेक बावजूद भी पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगा रहे हैं. वे दो बार कश्मीर जा चुके हैं और वहां देखा कि लोग देशभक्त कम और देशद्रोही ज्यादा हैं. उन्होंने पीओके को भारत मेंमिलाकर अखण्ड भारत बनाने की बात कही और कहा कि बीजेपी सरकार इसकी तैयारी कर रही है. अहूजा ने कहा था कि धारा 370 को हटाने का वक्त आ गया है. नेहरु परिवार के कारण देश के 24 टुकड़े हुए हैं और इसलिए वे इंदिरा और नेहरू को स्वर्गीय नहीं कहते हैं नरकीय कहते हैं.

इसके अलावा ज्ञानदेव आहूजा कथित गोरक्षकों के हाथों मारे गए पहलू खां की हत्या पर कहा था कि वह गौतस्कर था. साथ ही उन्होंने गौ रक्षकों का समर्थन किया था. ज्ञानदेव आहूजा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के खिलाफ भी बयान दे चुके हैं. पिछले साल उन्होंने वसुंधरा की अगुवाई में सरकार के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाए थे.


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