गुर्जर आंदोलन के चलते चौथे दिन सबकी नजर दौसा जिले के सिकंदरा चौराहे पर टिकी है. गुर्जरों ने शनिवार को इसी चौराहे पर बैठक करके सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर दो दिन में आरक्षण की चिट्ठी नहीं मिली तो सिकंदरा चौराहे पर जयपुर-आगरा हाईवे को जाम कर दिया जाएगा. गुर्जरों का अल्टीमेटम खत्म होते ही सोमवार दोपहर से हाईवे जाम कर दिया गया है.
बता दें कि जयपुर से दौसा होता हुआ आगरा जाने वाला NH21 जाम होने से सैकड़ों वाहन इस रूट पर फंस गए हैं. हालांकि प्रशासन कुछ रूटों को डायवर्ट करके जयपुर-आगरा के बीच जाने वालों लोगों को राहत प्रदान करने की कोशिश में जुटा हुआ है.
इसके अलावा, गुर्जर आंदोलन का तीसरा दिन हिंसक हो गया था. आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गयी. उग्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान आंदोलनकारियों की ओर से फायरिंग करने की बात भी सामने आई. झड़प में पुलिस के 4 जवान भी घायल हुए हालांकि, बाद में पुलिस ने आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया और करीब एक घंटे बाद हाइवे पर यातायात बहाल कर दिया गया.
तो वहीं दूसरे दिन भी गुर्जरों ने कोई कम उद्धम नहीं मचाया. दूसरे दिन भी रेल पटरियों से नहीं हटे. तंबू गाड़कर यहीं पर रात बिताई और आरक्षण नहीं मिल जाने तक डटे रहने का ऐलान किया.
गुर्जर आंदोलन 8 फरवरी 2019 से शुरू हुआ था. 13 साल में गुर्जरों का आरक्षण को लेकर यह छठा आंदोलन था. दरअसल, गुर्जरों ने बीस दिन पहले सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर 8 फरवरी शाम पांच बजे तक पांच जातियों को पांच फीसदी आरक्षण का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया तो फिर से आंदोलन किया जाएगा.