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कोरोना के बाद नए वायरस का तांडव, चीन की वही पुरानी गलती बना खतरा

कोरोना के बाद नए वायरस का तांडव, चीन की वही पुरानी गलती बना खतरा

 

दुनिया भर में कोरोना के आंतक ने सालों तक तबाही मचाई। अब तक विश्व इस वायरस की मार से उभरा तक नहीं था कि एक नयी परेशानी ने चिंता बढ़ा दी है। कोरोना वायरस चीन से दुनिया भर में प्रसारित हुई जिसके कारण आम जीवन बुरी तरह प्रवित हुआ और आर्थिक, मानसिक, सामाजिक और शारीरिक तौर पर शांति पहुंची। कोरोना महामारी में भरी संख्या में लोगों ने जान गंवाई। अभी भी कोरोना का असर कुछ देशों में कम तो कुछ में बरकरार दिख रहा है। हाल ही में वैज्ञानिकों को एक नए वायरस का पता चला है।

कोरोना से ज्यादा संक्रामक है BtSY2

जिस नए वायरस की हम बात क्र रहे हैं उसका पता वैज्ञानिकों को हाल ही में चला। दरअसल, इस वायरस का नाम है बीटीएसवाई2 (BtSY2)। इसे बीटीएसवाई2 (BtSY2) से मिलता जुलता वायरस ही बताया जा रहा है। ये वायरस चमगादड़ों में पाया गया है। बीटीएसवाई2 (BtSY2) में संक्रामिक छमता कोरोना से काफी ज्यादा है। बीटीएसवाई2 (BtSY2) जानलेवा वायरस है। इतना ही नहीं इसमें 5 में से 1 व्यक्ति को चपेट में लेने की ताकत है। ये भी बताया जा रहा है की ये वही वायरस है जो की मनुष्य और पशुओं तक पहुंचने के बाद उनमें नयी बिमारियों को जन्म दे सकता है।

इस तरह करेगा बॉडी में एंट्री 

इस वायरस के बारे में वैज्ञानिकों ने बताते हुए कहा है की BtSY2 में रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन है जिसका सहारा ले कर ये वायरस इंसानों के शाइरे में प्रवेश करेंगे। हमारे बॉडी में सेल्स पर एक रिसेप्टर मौजूद होता है। जैसे ही, कोई भी इंसानी सेल इस रिसेप्टर के कांटेक्ट में आएगा इससे संक्रमित हो सकता है। ये रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन स्पाइक प्रोटीन का इम्पोर्टेन्ट हिस्सा है। BtSY2 में SARS-CoV-2 की तरह ह्यूमन बॉडी से जुड़कर मनुष्यों को इन्फेक्ट कर सकता है।

चीन की गलती फिर पड़ी भारी 

इस पर स्टडी कर रहे एक विदेशी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने कहा- कोरोना के आने से पहले चीन ने करीब 6 शहरों के चमगादड़ों के 15 प्रजातियों पर एक टेस्ट किया था. जिनमें से 149 चमगादड़ों का यूरिन सैंपल कलेक्ट किया गया था. रिसर्चर्स ने पाया कि एक चमगादड़ को एक ही समय में कई वायरस द्वारा संक्रमित किया गया था.""इस वजह से पहले से मौजूद कोरोना वायरस के रूप अपने जेनेटिक कोड में बदलाव कर सकते हैं जिससे नए पैथोजन यानी वायरस का जन्म हो सकता है. लोगों के लिए संदेश ये है कि चमगादड़ कई वायरसों के लिए होस्ट का काम करते हैं. वो एक ही समय पर एक साथ कई वायरसों को अपने अंदर रख सकते हैं और फिर बड़े पैमाने पर फैला सकते हैं.''
 

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