उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) गुरुवार को लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस (Police Smriti Divas) कार्यक्रम में पहुंचे। जहां उन्होंने कोरोना महामारी (Covid-19) के दौरान जान गंवाने वाले पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि "महामारी के कहर के कारण कई लोगों ने अपने परिजनों को खो दिया है। उन्होंने कहा पुलिसकर्मी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित हुए फिर भी वो लगातार सेवा में लगे रहे। उन्होंने कहा कि साल 2020-21 में अपनी जान गवाने वाले शहीदों में यूपी पुलिस के चार बहादुर पुलिसकर्मी शामिल रहे। आज इस अवसर पर मैं सभी शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमारे पुलिसकर्मियों का सर्वोच्च बलिदान हमें लगातार कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा और दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देता रहेगा। मैं प्रदेश के सभी शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ जरूरी कदम उठाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी"।
इस दौरान सीएम योगी ने राज्य पुलिसकर्मियों के लिए किए कई ऐलान
-महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों को कम करने के लिए महिला और बाल रक्षा संगठन की स्थापना की गई।
-मिशन शक्ति अभियान के तहत पुलिस की व्यापक कार्रवाई से महिला और बालिकाओं में सुरक्षा की भावना जगी है।
-उत्तर प्रदेश के हर जिले में 1500 से ज्यादा थानों में महिला डेस्क की स्थापना की गई। इसके जरिए महिला संबंधित शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है।
-सोशल मीडिया के मदद से भी जनता की समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है।
- साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के अंदर कानून-व्यवस्था को बनाए रखने और जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचने के लिए बेहतर साधन उपलब्ध कराए जाएंगे। इतना ही नहीं आरक्षी-मुख्य आरक्षियों को सालाना तौर पर 2000 रुपये का भत्ता भी दिया जाएंगा।
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