होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

डॉनल्ड ट्रंप के वकील बोले, ट्रंप के आगे हाथों व घुटनों के बल गिड़गिड़ाए थे किम जोंग

डॉनल्ड ट्रंप के वकील बोले, ट्रंप के आगे हाथों व घुटनों के बल गिड़गिड़ाए थे किम जोंग

 

उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सिंगापुर में शिखर वार्ता की तैयारियों के बीच ट्रंप प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि किम ने इस वार्ता के लिए हाथ जोड़कर भीख मांगी थी।  
‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के अनुसार, ट्रंप के अटॉर्नी रूडी गियूलियानी ने तेल अवीव निवेश सम्मेलन में कहा, किम ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ शिखर वार्ता के लिए घुटनों के बल बैठकर और हाथ जोड़ कर भीख मांगी थी। 

राष्ट्रपति ट्रंप के वकील इस्राइल स्थित तेल अवीव में एक इंवेस्टमेंट कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उनके इस बयान पर उत्तर कोरिया की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वाल स्ट्रीट जर्नल ने गुलियानी के हवाले से रिपोर्ट में लिखा, वे (किम).. कहते थे कि हमारे साथ परमाणु युद्ध लड़ने जा रहे हैं, और हमें पराजित कर देंगे, लेकिन हमने कहा कि इन हालातों में हम शिखर वार्ता नहीं कर पाएंगे। इसके बाद किम जोंग-उन हाथों और घुटनों पर आ गए और बातचीत के लिए भीख मांगने लगे। यह ठीक वैसी स्थिति थी जिसमें आप उन्हें देखना चाहते हैं।

रूडी गुलियानी ने यहां तक कह डाला कि ट्रंप के सख्त रुख ने ही किम जोंग-उन को हाथों और घुटनों के बल झुका दिया। बता दें कि ट्रंप द्वारा किम को लिखे पत्र के बाद 12 जून को सिंगापुर में होने वाली वार्ता रद्द होने के कगार पर आ गई थी, लेकिन किम के राजनयिक प्रयासों से इसे दोबारा पटरी पर लाया जा सका है। इस बीच व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि दोनों नेताओं की शिखर बैठक सिंगापुर के रिसॉर्ट द्वीप सेंटोसा पर एक लक्जरी होटल में निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक होगी और इसकी तैयारियां अच्छे ढंग से चल रही हैं।

सिंगापुर में ट्रंप-किम शिखर वार्ता से ठीक पांच दिन पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात की। जापान ने जोर देकर कहा है कि वाशिंगटन सावधान रहे और प्योंगयांग में परमाणु हथियारों के शासन के साथ कोई समझौता न करे। अबे ने कहा कि उत्तर कोरिया के साथ बैठक के दौरान वे जापान की सुरक्षा और चिंताओं को नजरअंदाज नहीं करें। उन्होंने कहा कि ट्रंप ऐसा कोई समझौता न करें जिसमें अमेरिका तो सुरक्षित रहे लेकिन जापान छोटी दूरी की मिसाइलों की जद में आ जाए।


संबंधित समाचार