फिनलैंड की नई प्रधानमंत्री सना मरीन ने जब से नई जिम्मेदारी संभाली है तब से ही वह चर्चा में हैं। दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री बनने की वजह से सुर्खियों में रही मरीन एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वह अपने एक फैसले को लेकर सुर्खियों में हैं।
दरअसल सना मरीन ने एक ऐसा कानून पेश किया है, जिसके बाद अब देश के लोगों को हफ्ते में केवल 4 दिन 6 घंटों के लिए काम करना पड़ेगा। साथ ही लोगों को 3 दिन की छुट्टी मिलेगी। इसको लेकर उनका मानना है कि इससे लोग अपने परिवार के साथ ज्यादा वक्त बिता पाएंगे। डेली मेल के मुताबिक सना ने कहा, मुझे लगता है कि लोगों को अपने परिवार, चाहने वालों और अपने शौक या जिंदगी के अन्य मानकों, जैसे सांस्कृति के लिए अधिक वक्त मिलना चाहिए।
यह हमारी कामकाजी जिंदगी का अगला कदम हो सकता है। सना के इस फैसले का सभी ने स्वागत किया। इस प्रस्ताव का वामपंथी गठबंधन ने समर्थन किया। बता दें कि इससे पहले फिनलैंड का पड़ोसी मुल्क स्वीडन एक कानून बना चुका है। स्वीडन में 2015 में 6 घंटे काम करने की पॉलिसी बनाई गई थी।
यह भी पढ़ें- Golden Globe Awards2020: जोकर के लिए जोकिन फीनिक्स को बेस्ट एक्टर और ब्रैड पिट को मिला ये अवॉर्ड