हरियाणा (Haryana) में सरस्वती नदी (Saraswati River) को पुनर्जीवित करने के लिए एक बांध बनाया जाएगा। सोम नदी (Som River) पर आदी बद्री बांध (Adi Badri Dam) के निर्माण को हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के बीच एमओयू (MoU) किया जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में हिमाचल प्रदेश सरकार (Himachal Govt) और हरियाणा सरकार (Haryana Govt) के बीच सोम नदी पर आदी बद्री बांध के निर्माण और सरस्वती नदी के साथ इसे जोड़ने संबंधित समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी जा चुकी है। आदी बद्री में बांध निर्माण को सिरमौर सीमा पर हिमाचल की ओर से जमीन दी जाएगी।
बता दें कि बीते दिनों हरियाणा जाकर इस बारे में प्रदेश के मुख्य सचिव रामसुभग सिंह चर्चा भी कर चुके हैं। गौरतलब है कि पौराणिक नदी सरस्वती नदी को पुनर्जीवित करने के लिए हरियाणा और हिमाचल सीमा पर बांध बनाने की योजना पर साल 2018 से काम चल रहा है। ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बांध निर्माण से लेकर प्रभावित क्षेत्र के विकास के लिए सड़क, पुल आदि निर्माण योजनाओं पर जो भी खर्च होगा, उसे केंद्र और हरियाणा सरकार उठाएगी। इस बांध के निर्माण के बाद हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों को बाढ़ से निजात मिलेगी।
आदी बद्री क्षेत्र में प्रस्तावित डैम स्थल में 77 हेक्टेयर क्षेत्र हिमाचल प्रदेश में आता है जबकि 11 हेक्टेयर हरियाणा का है। डैम बनने से हिमाचल की लगभग तीन हजार की आबादी प्रभावित होगी। इनके चारागाह स्थल डैम के जलक्षेत्र में आ जाएंगे। लेकिन बांध बनने से यमुनानगर जिले के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आने से बचेंगे, वहीं सिंचाई के लिए पानी भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। बांध बनाने के लिए सर्वे का काम जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से लगभग पूरा हो चुका है।
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