चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिए शुक्रवार को भारत आएंगे। तमिलनाडु के महाबलीपुरम में 11 और 12 अक्टूबर को दोनों नेताओं की मुलाकात होगी। इस दौरान कोई समझौता और एमओयू पर हस्ताक्षर नहीं होंगे, लेकिन मोदी-जिनपिंग की ओर से साझा बयान जारी हो सकता है। दोनों नेता आतंकवाद, सीमा पर शांति कायम करने समेत कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। पिछले साल अप्रैल में पहली अनौपचारिक बैठक के लिए मोदी चीन के वुहान गए थे।
जिनपिंग के साथ चीन के विदेश मंत्री और पोलित ब्यूरो के सदस्य भी भारत आएंगे। इस बैठक के लिए कोई एजेंडा तय नहीं है, लेकिन सीमा विवाद, आतंकवाद, आतंकी गुटों की आर्थिक मदद और उन्हें बढ़ावा देने के मुद्दे पर चर्चा की उम्मीद है।
मोदी और जिनपिंग की वन टू वन मीटिंग के अलावा प्रतिनिधिमंडल की वार्ता होगी। इस दौरान दोनों नेता अगली विशेष प्रतिनिधिस्तर की वार्ता की तारीख तय कर सकते हैं। भारत और चीन के सैनिक संयुक्त रूप से दिसंबर में आतंकवाद विरोधी अभ्यास में शामिल होंगे।
Chinese President to visit India from Oct 11 for an informal summit with Prime Minister Narendra Modi
— ANI Digital (@ani_digital) October 9, 2019
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मोदी और जिनपिंग महाबलिपुरम के तीन प्रसिद्ध स्मारकों का दौरा करेंगे। करीब एक घंटे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। पुरातत्त्वविद् एस राजावेलु के मुताबिक, महाबलीपुरम का चीन से करीब 2000 साल पुराना संबंध है। इस वजह से बैठक को ऐतिहासिक बल मिलेगा।