अफगानिस्तान में तालिबान के एक अड्डे पर हमले में भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा का प्रमुख आसिम उमर मारा गया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय ने बताया कि वह 23 सितंबर को अमेरिका-अफगानिस्तान के संयुक्त हमले में मारा गया। उसके साथ एक्यूआइएस के छह अन्य सदस्य भी मारे गए। इनमें ज्यादातर पाकिस्तानी थे।
मारे गए लोगों में अल जवाहिरी तक असिम उमर का कोरियर पहुंचाने वाला रेहान भी शामिल है। असिम उमर को अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित किया हुआ था। 2016 में अमेरिका ने एक्यूआइएस को भी विदेशी आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया था। वह अमेरिका द्वारा विदेशी आतंकी संगठन घोषित पाकिस्तानी आतंकी समूह हरकत उल मुजाहिदीन का पूर्व सदस्य था।
Chief of Al-Qaeda in the Indian Subcontinent, Asim Umar killed in Musa Qala district in Afghanistan’s southern Helmand province by US Forces in an air strike: TOLO News pic.twitter.com/yHvaNAiJnt
— ANI (@ANI) October 8, 2019
एक्यूआइएस ने छह सितंबर, 2016 को कराची में नौसैनिक डॉकयार्ड पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले के दौरान आतंकियों ने एक पाकिस्तानी युद्धपोत को अगवा करने की कोशिश की थी। इस संगठन ने बांग्लादेश में कई कार्यकर्ताओं और लेखकों की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी।
भारतीय खुफिया एजेंसियों की जांच में यह सामने आया था कि मौलाना आसिम उमर भारत का ही रहने वाला है। वह उत्तर प्रदेश के संभल जिले का रहने वाला था। सनाउल 90 के दशक में घर से गायब हो गया था। बाद में उसके पाकिस्तान में होने की जानकारी मिली थी। 2016 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रॉ के साथ मिलकर भारत में मौजूद अल कायदा के कई आतंकियों को पकड़ा था। उनसे पूछताछ में भी इसकी पुष्टि हुई थी कि आसिम उमर उत्तर प्रदेश के संभल का रहने वाला सनाउल ही है।
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