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अयोध्या पहुंचे वसीम रिजवी, राम मंदिर निर्माण के लिए दिया 10 हजार रुपये दान

अयोध्या पहुंचे वसीम रिजवी, राम मंदिर निर्माण के लिए दिया 10 हजार रुपये दान

 

शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी ने यूपी के अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए 10 हजार रुपये दान दिया है। राम मंदिर का पुरजोर समर्थन करते हुए  उन्होंने कहा कि  मुसलमानों के लिए मुकदमा जीतने से ज्यादा जरूरी है कि वह करोड़ों हिंदू भाइयों का दिल जीते। रिजवी ने कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या सऊदी अरब में बनेगा?

 

अयोध्या दौरे पर आए रिजवी रविवार को राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव कार्यक्रम में भी शामिल हुए और इस खास मौके पर महंत ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया। रिजवी ने कहा कि मुसलमानों को अयोध्या में मस्जिद की कोई जरूरत नहीं है। जो मुसलमान इस तरह की पहल के समर्थक नहीं हैं वे दाऊद इब्राहिम की तरह पाकिस्तान चले जाएं। 

 

इतना ही नहीं रिजवी ने यह भी कहा कि कुछ मुसलमानों की रोजी-रोटी राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद से चल रही है, वे हिंदुस्तान में आग लगाने का ख्वाब देख रहे हैं। इनको पाकिस्तान से फंडिंग दी जा रही है। वे नहीं चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो, लेकिन सेक्युलर मुसलमान मंदिर मस्जिद के नाम पर खून-खराबा नहीं चाहता है। मुस्लिम समाज को संदेश देते हुए रिजवी ने कहा कि एक मुकदमा जीतने से बेहतर है कि करोड़ों राम भक्तों के दिलों को जीता जाए। 
 

राम मंदिर निर्माण के लिए रिजवी ने वीएचपी कार्यशाला में 10 हजार रुपये का दान दिया और बाकायदा इसकी रसीद कटवाई। उन्होंने कहा कि यह छोटी सी भेंट है। मैंने अपनी हैसियत के हिसाब से मंदिर निर्माण के लिए दान दिया है। मंदिर निर्माण शुरू होगा तो बहुत से सेक्युलर मुसलमान सामने आएंगे और अपनी हैसियत के हिसाब से निर्माण में सहयोग करेंगे।

 

हाल ही में वसीम रिजवी ने ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड से अयोध्या में बने 9 मस्जिदों के बारे में भी पूछा था। इतिहासकारों के मुताबिक मुगल शासकों ने मस्जिद हिंदू मंदिर तोड़कर बनाए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर विवादित मस्जिद भी ऐसी जगह या फिर इसी तरह कहीं और बना है, तो क्या इसे वैध और जायज ढांचा माना जाएगा? अगर यह वैध है तब तो ठीक, वरना यह मुद्दा भी बैठक में उठाया जाना चाहिए और इसपर भी आम सहमति बननी चाहिए। 


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