उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के झांसी (Jhansi) में महारानी लक्ष्मीबाई (Maharani Laxmibai) के ऐतिहासिक किले की तलहटी में स्थित एक मैदान का नाम अब 'जनरल बिपिन रावत' (General Bipin Rawat) के नाम पर रखा जाएगा। इस प्रस्ताव को नगर निगम की बैठक में शनिवार को सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई। जल्द ही नामकरण की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। बता दें कि इसी मैदान में 19 नवंबर को झांसी आए जनरल रावत ने सेना के कार्यक्रम को संबोधित किया था। इस दिन भारतीय सेना द्वारा रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी झांसी आए थे।
यहां किले के मैदान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसकी शुरुआत जनरल रावत के संबोधन से हुई थी। जनरल रावत ने अपने 3.24 मिनट के संबोधन में रानी की महिमा को लोगों तक पहुंचाने का संदेश दिया था। इस दौरान उन्होंने रानी के सम्मान में 'खूब लड़ी मर्दानी...' कविता की कुछ पंक्तियों का पाठ भी किया था। हाल ही में एक हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में उनकी मौत के बाद झांसी (Jhansi) में भी शोक की लहर है। झांसी की ओर से जनरल को श्रद्धांजलि देने के लिए शनिवार को नगर निगम भवन की बैठक में सदर विधायक रवि शर्मा द्वारा किले के मैदान का नाम जनरल रावत के नाम पर रखने का प्रस्ताव लाया गया, जिसे सदन ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी गयी।
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