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भारत-मयंमार बॉर्डर पर भूकंप के तेज झटकों से हलचल, रिक्टर पैमाने पर 6.1 रही तीव्रता

भारत-मयंमार बॉर्डर पर भूकंप के तेज झटकों से हलचल, रिक्टर पैमाने पर 6.1 रही तीव्रता

 

बांग्लादेश (Bangladesh) के चटगांव में शुक्रवार सुबह भूकंप (earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के झटके इतने तेज थे की पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कोलकाता (Kolkata) और मिजोरम (Mizoram) के थेनजोल में भी महसूस किए गए है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6 से ज्यादा रही। हालांकि जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक, भूकंप बांग्लादेश के चटगांव से 174 किमी पूर्व में आया था। जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.1 मापी गई है। ये जगह भारत-म्यांमार सीमा (Indo-Myanmar border) पर पड़ती है।

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार मिजोरम के थेनजोल से 73 किमी दक्षिण पूर्व में आज सुबह करीब 5:15 बजे 6.1 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया है। EMSC द्वारा अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए साक्ष्य के मुताबिक, कोलकाता और गुवाहाटी के अधिकांश हिस्सों में लगभग 30 सेकंड तक धरती हिली।

भूकंप आने के कारण
भूकंप आने का मुख्य कारण पृथ्वी के अंदर प्लेटों का आपस में टकराना माना जाता है। पृथ्वी के अंदर सात कुल सात प्लेट्स होती है जो लगातार घूमती रहती है। जब ये प्लेट्स एक दूसरे या किसी स्थान पर टकराती हैं तो वहां एक फॉल्ट लाइन जोन का निर्माण हो जाता है, जिससे सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोनों के मुड़ने से वहां दबाव बनता जाता है और प्लेटें टूटनी शुरू हो जाता है। जिसके बाद प्लेटों के टूटने से अंदर की जो ऊर्जा होती है वो बाहर निकलने का रास्ता खोजने लगती है, जिससे पृथ्वी में कंपन शुरू हो जाता है। इसी कंपन को भूकंप का नाम दिया जाता है।

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