पंजाब और महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले पर पल्ला झाड़ते हुए देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि को-ऑपरेटिव बैंक से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इसकी निगरानी करता है। साथ ही वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मुंबई में बीजेपी कार्यालय के बाहर पीएमसी बैंक के नाराज उपभोक्ताओं से मुलाकात की, उन्होंने कहा कि पीएमसी बैंक के उपभोक्ताओं की परेशानी को देखते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर से बातचीत करूंगी। वित्त मंत्री ने कहा कि मैंने पीएमसी बैंक के उपभोक्ताओं से कहा, रिजर्व बैंक मामले को देख रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय के अधिकारी सहकारी बैंकों के नियमन की खामियों पर चर्चा करने वाले हैं।
इसके अलावा उनका कहना है कि बहुराज्यीय सहकारी बैंकों का संचालन बेहतर बनाने के लिये संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक लाया जाएगा। वित्त मंत्री ने आर्थिक नरमी पर कहा, हम उन सभी क्षेत्रों को राहत दे रहे हैं जिन्हें मदद की जरूरत है। बता दें, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों के साथ अगले सप्ताह बैठक करेंगी। बैठक में कर्ज देने के मामले में प्रगति समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
Maharashtra: Finance Minister Nirmala Sitharaman met the depositors of Punjab and Maharashtra Co-operative (PMC) Bank in Mumbai today. pic.twitter.com/PVekascl5U
— ANI (@ANI) October 10, 2019
एक महीने से भी कम समय में सीतारमण की सार्वजनिक क्षेत्र के सीईओ के साथ दूसरी बैठक है। कृषि, वाहन, आवास, एमएसएमई, शिक्षा और व्यक्तिगत श्रेणी में कर्ज उपलब्ध कराने के लिये लोन मेला का पहला चरण सात अक्टूबर को समाप्त हुआ। दूसरा चरण दिवाली से ठीक पहले 150 जिलों में 21 अक्टूबर से 245 अक्टूबर को होगा।
यह भी पढ़ें- RBI ने PMC बैंक से रोजाना कैश निकालने की लिमिट बढाई, पहले थी ये लिमिट