PM Modi Mourns Asrani Death : पूरे देश में सोमवार (20 अक्टूबर) को दिवाली का त्योहार को लेकर उत्साह का माहौल था। सोमवार देर शाम एक बेहद दुखद खबर सामने आई। मशहूर एक्टर असरानी (Asrani) का निधन हो गया है। अस्पताल में इलाज के दौरान 84 साल की उम्र में असरानी का निधन हुआ है। बताया गया है कि असरानी पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले 5 दिनों से वो हॉस्पिटल में एडमिट थे।
नेता और अभिनेता शोक में डूबे
मिली जानकारी के मुताबिक, मशहूर अभिनेता असरानी फेंफड़ों की समस्या के चलते पिछले पांच दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। जिसके बाद उनका निधन हुआ है। असरानी उन अभिनेताओं में शुमार थे, जिनके अभिनय ने हर किसी के मुख पर प्रसन्नता और संतुष्टि का भाव लाने का काम किया था। अभिनेता के निधन से एक्टर-पॉलिटिशियन सभी शोक में डूबे हुए हैं।
"असरानी जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं"
पीएम नरेंद्र मोदी ने दिवंगत अभिनेता के अमूल्य योगदान को याद किया। प्रधानमंत्री ने एक्स अकाउंट पर ट्वीट करते हुए असरानी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'गोवर्धन असरानी जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं। एक प्रतिभाशाली मनोरंजनकर्ता और वास्तव में बहुमुखी कलाकार, उन्होंने कई पीढ़ियों के दर्शकों का मनोरंजन किया। उन्होंने अपने अविस्मरणीय अभिनय से अनगिनत लोगों के जीवन में विशेष रूप से आनंद और हंसी का संचार किया। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।
"भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है"
'महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार असरानी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट किया और लिखा, 'उनकी अद्वितीय बहुमुखी प्रतिभा और अद्वितीय हास्यबोध ने लाखों लोगों को आनंद और हंसी से भर दिया। 'शोले' के प्रतिष्ठित जेलर से लेकर 'चुपके-चुपके', 'गोलमाल', 'आप की कसम', 'अभिमान', 'बातों बातों में', 'छोटी सी बात', 'धमाल' और कई अन्य फिल्मों में यादगार भूमिकाओं तक, उनके अभिनय ने भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है।'
उनके जीवन-और-करियर से कुछ प्रमुख बातें
असरानी का जन्म 1 जनवरी 1941 को जयपुर में हुआ था। उन्होंने अभिनय की शुरुआत 1960-62 में Sahitya Kalabhai Thakkar के यहाँ की और बाद में Film & Television Institute of India (FTII) पुणे से भी प्रशिक्षण लिया। हिन्दी और गुजराती फिल्मों में 300 + फिल्मों में काम किया; सबसे प्रसिद्ध भूमिका ‘Sholay’ (1975) फिल्म में झेजे की दोस्त की तरह जेलर की थी, जिसमें उनका संवाद “हम अंग्रेजों के ज़माने के जेलर हैं” आज भी याद किया जाता है।