मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टंडन को इस्तीफा सौंप दिया है। बता दें कि कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट का सामना किए बिना ही सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल को लिखे त्यागपत्र में कमलनाथ ने कहा है, 'मैंने अपने 40 साल के सार्वजनिक जीवन में हमेशा से शुचिता की राजनीति की है और प्रजातांत्रिक मूल्यों को सदैव तरजीह दिया है। मध्य प्रदेश में पिछले दो हफ्ते में जो कुछ भी हुआ, वह प्रजातांत्रिक मूल्यों के अवमूल्यन का एक नया अध्याय है।' उन्होंने आगे लिखा, 'मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं। साथ ही नए बनने वाले मुख्यमंत्री को मेरी शुभकामनाएं। मध्य प्रदेश के विकास में उन्हें मेरा सहयोग सदैव रहेगा।"
Kamal Nath has submitted his resignation to Madhya Pradesh Governor Lalji Tandon. His letter states "All that has happened in Madhya Pradesh in the last two weeks is a new chapter in the weakening of democratic principles." pic.twitter.com/agzKBsdbxh
— ANI (@ANI) March 20, 2020
वही, इस्तीफे के ऐलान से पहले कमलनाथ ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि वह आज राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। इस दौरान कमलनाथ ने भाजपा पर सरकार गिराने की साजिश करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य की जनता धोखा देने वाले बागियों को माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी याद रखे कि कल और परसो भी आएगा। सब सच्चाई सामने आएगी।
कमलनाथ ने आगे कहा कि भाजपा सोचती है कि मेरे प्रदेश को हराकर खुद जीत जाएगी। तो वे ऐसा कभी नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने तीन बार विधानसभा में अपनी बहुमत साबित की। भाजपा की ओर से जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है, जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे कार्यों के खिलाफ साजिश की, पहले दिन से ये लोग हमारी सरकार गिराना चाहते थे।
इसके अलावा मुख्यमंत्री पद पर से इस्तीफे के ऐलान से पहले कमलनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया और कहा कि हमने आम लोगों के लिए काम किया, लेकिन ये भाजपा को रास नहीं आया। हमारी सरकार पर किसी तरह का आरोप नहीं लगा। बीजेपी ने किसानों के साथ धोखा कियास लेकिन हमें उनके लिए काम नहीं करने दिया।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पर बड़ा फैसला सुनाते हुए कमलनाथ सरकार को आज शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इसके बाद कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट कराना था, मगर फ्लोर टेस्ट से पहले ही कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है।
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