केंद्र ने सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए सोमवार को नीलामी दस्तावेज जारी कर दिया। इसके मुताबिक, एयर इंडिया रणनीतिक विनिवेश के रूप में अपनी सब्सिडियरी यूनिट एयर इंडिया एक्सप्रेस की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी और ज्वाइंट वेंचर एयर इंडिया एसएटीएस की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी भी बेचेगी। साथ ही, एयरलाइन का मैनेजमेंट कंट्रोल भी खरीददार को सौंपा जाएगा।
नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए 17 मार्च तक आवेदन बुलाए गए हैं। अर्न्स्ट एंड यंग प्राइवेट लिमिटेड एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया का भुगतान सलाहकार है। इससे पहले, सरकार ने 2018 में एयर इंडिया में 76 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन इसके लिए कोई तैयार नहीं हुआ। ऐसे मे सरकार ने 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
Air India disinvestment: The Government of India (GOI) has set 17th March as deadline for submitting Expression of Interest https://t.co/iwrMT9FRWA
— ANI (@ANI) January 27, 2020
इससे पहले, गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाली मंत्री समूह ने एयर इंडिया को बेचने के लिए निविदा इसी महीने जारी करने की घोषणा की थी। मंत्री समूह ने इसके ड्राफ्ट को 7 जनवरी को मंजूरी दे दी थी। एयर इंडिया लंबे समय से घाटे में चल रही है। 2018-19 में 8,556.35 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। एयरलाइन पर 50,000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का कर्ज है।
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