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बिजली हड़ताल: 16 घंटे तक बंधक बनाकर चली बिजली कर्मचारियों की शिफ्ट, कई जगह विद्युत आपूर्ति ठप

बिजली हड़ताल: 16 घंटे तक बंधक बनाकर चली बिजली कर्मचारियों की शिफ्ट, कई जगह विद्युत आपूर्ति ठप

 

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश से शुरु हुआ बिजली कर्मियों के हड़ताल का असर अब दिखने लगा है। निजीकरण और सेवा शर्तों जैसे मुद्दों को लेकर शुरू हुए 72 घंटे के सांकेतिक हड़ताल की वजह से कई जिलों में विद्यूप आपूर्ति ठप है। कई जिलों में हड़ताली कर्मचारियों को गिरफ्तार करने के साथ ही संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त करने का फैसला लिया गया। हालांकि, कर्मचारी झुके नहीं और हड़ताल पर डटे हुए।

एनसीसीओईईई राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने दी सरकार को चेतावनी
यूपी के बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में आज देश के सभी प्रान्तों में लाखों बिजलीकर्मी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एनसीसीओईईई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे यूपी के बिजलीकर्मियों का किसी भी प्रकार से उत्पीड़न किया गया तो 27 लाख बिजलीकर्मी मूकदर्शक नहीं रहेंगे।

वहीं कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपदों विरोध प्रदर्शन जारी है। अनपारा, ओबरा, पारिछा, हरदुआगंज में रात की शिफ्ट के सभी कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर, अभियन्ता हड़ताल पर चले गए हैं और सबने ड्यूटी पर जाने से इनकार कर दिया। शाम की शिफ्ट के बिजली कर्मियों ने ड्यूटी छोड़ने के लिए दबाव बना रखा है। ताप बिजली घरों में नाइट शिफ्ट में शत प्रतिशत हड़ताल हो गई है।

1030 मेगावॉट क्षमता की इकाइयां ठप्प 
जानकारी के मुताबिक बिजली कर्मियों की हड़ताल के चलते 1030 मेगावॉट क्षमता की इकाइयां अब तक ठप्प हो गई हैं। इस बीच ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जनहित एवं प्रदेश हित में विद्युत विभाग में किसी भी प्रकार के कार्य बहिष्कार एवं हड़ताल को बर्दाश्त नहीं किया जा जायेगा, जनहित की दृष्टि से एसेंसियल सर्विसेज मेन्टीनेन्स एक्ट को प्रदेश भर में लागू किया गया। 

प्रशासन ने की पूरी तैयारी 
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मुख्य सचिव एवं डीजीपी ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों, पुलिस कमिश्नर एवं पुलिस अधीक्षक को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए  सतर्क रहने के निर्देश दिये। साथ ही विद्युत विभाग के अपर मुख्य सचिव, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सहित अन्य अधिकारियों ने भी कार्मिकों को हड़ताल से दूर रहने के निर्देश दिये हैं।


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