Delhi Blast Case: दिल्ली बम धमाकों की जांच कर रही NIA लगातार देश भर में आतंकी संगठनों का भंडाफोड़ कर रही है। इसी सिलसिले में जांच एजेंसी ने हल्द्वानी की बिलाली मस्जिद के इमाम मौलाना आसिम कासमी और उनके साथी नज़र कमाल को पूछताछ के लिए उठाया। इमाम को बाद में कई घंटों की पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
सेंट्रल जांच एजेंसियों ने शुरुआती पूछताछ के बाद इमाम को छोड़ दिया। हालांकि, जांच के लिए उनका लैपटॉप और मोबाइल फोन ज़ब्त कर लिया गया है।
कासमी बिलाली मस्जिद के इमाम हैं
मौलाना आसिम कासमी बनभूलपुरा की लाइन नंबर 8 में बिलाली मस्जिद के इमाम हैं। नज़र कमाल उनके साथी हैं, जो हर एक्टिविटी में उनके साथ रहते हैं। एजेंसी को शक है कि दोनों की देश विरोधी तत्वों से मिलीभगत है। हालांकि अभी के लिए उन्हें छोड़ दिया गया है, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर कुछ दिनों में उन्हें फिर से पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
दिल्ली ब्लास्ट केस
10 नवंबर, 2025 को दिल्ली में लाल किले के पास एक कार बम धमाके में 15 लोग मारे गए और कई घायल हो गए। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और दिल्ली पुलिस की जांच से पता चला है कि यह जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों से जुड़ा एक आतंकवादी हमला था। मुख्य आरोपी, डॉ. उमर उन नबी को सुसाइड बॉम्बर माना जा रहा है।