रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और तीनों सेना प्रमुखों ने कारगिल विजय दिवस पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि आज कारगिल विजय की 21वीं वर्षगांठ है। भारतीय सेना ने कारगिल में पाकिस्तानी सैनिकों को परास्त कर विजय पताका फहराई थी।
इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा, 'कारगिल विजय दिवस पर मैं समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। कारगिल की विजय दिलाने वाले सेना के जवानों की शहादत सदैव हमारे लिए प्रेरणा के स्त्रोत के रूप में काम करेगी।' वीर जवानों को सैल्यूट करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कारगिल विजय दिवस केवल एक दिन नहीं है बल्कि भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव है।
#WATCH दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और तीनों सेना प्रमुखों ने कारगिल विजय दिवस की 21वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/T5sy1WuiUZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 26, 2020
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा, 'राष्ट्रीय सुरक्षा के दायरे में हम जो कुछ भी करते हैं, वह हमेशा आत्मरक्षा के लिए करते हैं, आक्रमण के लिए नहीं। अगर दुश्मन देश ने कभी हमारे ऊपर आक्रमण किया, तो हमने यह भी साबित कर दिया कि कारगिल की तरह हम उसे मुंहतोड़ जवाब भी देंगे।' रक्षा मंत्री ने कहा कि हम शांति चाहने वाले देश हैं पर किसी संकट के समय अपनी राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता के लिए बड़े से बड़ा कदम उठाने के लिए भी हम हमेशा तैयार हैं।
उन्होंने आगे कहा, 'हाल ही में मुझे लेह-लद्दाख जाने और वहां से कारगिल के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का अवसर प्राप्त हुआ था। मुझे कहते हुए खशी हो रही है कि 20 वर्ष पहले के मुकाबले मैंने लद्दाख में बहुत बड़ा बदलाव देखा, वो चाहे इक्विमेंट प्रोफाइल हो, बंदूकें हों या ऐरियल एसेट्स हों।'
कारगिल दिवस के मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम सबको अपने देश का एक ईमानदार सैनिक बनने की जरूरत है, देश की सीमा पर रहकर देश की सेवा करना एक सैनिक का धर्म तो है ही, साथ ही देश के अंदर रहकर भी देश के प्रति अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना भी एक सैनिक धर्म ही है।' उन्होंने कहा कि इस देश को सुरक्षित रखने का कार्य अगर सीमा पर हमारे सैनिक कर रहे हैं, तो इसकी एकता, अखंडता और भाईचारे को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है।
वही, कारगिल विजय दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा,' इस दिवस हम 1999 में हमारे देश की लगातार रक्षा करने वाले सशस्त्र बलों के साहस और दृढ़ संकल्प को याद करते हैं। उनकी वीरता पीढ़ियों को प्रेरित करती है।' पीएम के अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने भी मातृभूमि की सुरक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले सेना के शहीदों को नमन किया है।
On Kargil Vijay Diwas, we remember the courage and determination of our armed forces, who steadfastly protected our nation in 1999. Their valour continues to inspire generations.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2020
Will speak more about this during today’s #MannKiBaat, which begins shortly. #CourageInKargil
अमित शाह ने कारगिल युद्ध में मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को नमन करते हुए ट्वीट में लिखा,' कारगिल विजय दिवस भारत के स्वाभिमान, अद्भुत पराक्रम और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक है। मैं उन शूरवीरों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने अदम्य साहस से कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों से दुश्मन को खदेड़ कर वहां पुन: तिरंगा लहराया। मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित भारत के वीरों पर देश को गर्व है।'
करगिल विजय दिवस भारत के स्वाभिमान, अद्भुत पराक्रम और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक है। मैं उन शूरवीरों को नमन करता हूँ, जिन्होंने अपने अदम्य साहस से करगिल की दुर्गम पहाड़ियों से दुश्मन को खदेड़ कर वहाँ पुनः तिरंगा लहराया। मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित भारत के वीरों पर देश को गर्व है। pic.twitter.com/mD9Ged8Pkz
— Amit Shah (@AmitShah) July 26, 2020
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