Haryana:हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने प्रदेश के श्रमिकों के बच्चों को बड़ी सौगात दी है। सीएम ने लेबर वेलफेयर बोर्ड (BOCW) में अंशदाता श्रमिकों के बच्चों को स्नातक की पढ़ाई तक 10 हजार रुपए वार्षिक छात्रवृत्ति देने का फैसला किया है। सीएम मनोहर लाल ने ये घोषणा BOCW बोर्ड के अन्तर्गत रजिस्टर्ड श्रमिकों और शिक्षा प्राप्त करने वाले उनके बच्चों से संवाद के दौरान किया।
Live: CM Ki Vishesh Charcha with beneficiaries under Education scheme disbursed to workers under BOCW Board@mlkhattar https://t.co/iiRAmMxUH8
— CMO Haryana (@cmohry) May 28, 2023
3000 रुपए की दिव्यांग पेंशन
श्रमिकों से बातचीत के दौरान सीएम ने कहा कि श्रमिकों के दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली राशि हरियाणा सरकार ने 2500 रुपए से बढ़ाकर 3000 रुपए मासिक कर दी है। श्रमिक परिवारों को कन्यादान स्कीम के तहत 3 बेटियों की शादी तक 51,000 रुपए और 50,000 रुपए शादी के प्रबंध के लिए हरियाणा सरकार देती है।
कई दिग्गजों का दिया उदाहरण
श्रमिकों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमित संसाधन होने पर भी सफल होने के हमारे सामने बहुत से उदाहरण हैं। हमारे दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री से लेकर अब्राहम लिंकन तक ने सीमित संसाधनों के बाद सफलता पाई है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की तर्ज पर हमनें हरियाणा कौशल विकास मिशन बनाया है।
10 रुपए में उच्च गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध
सीएम मनोहर लाल ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना के तहत असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण में हरियाणा अव्वल है। अब तक 8,19,564 लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है। अंत्योदय आहार योजना के तहत 10 रुपए में उच्च गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
श्रमिकों पर सरकार का ध्यान
हमारी संस्कृति में श्रमिकों महान शिल्पी विश्वकर्मा की संज्ञा दी गई है। केवल संगठित ही नहीं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों पर सरकार पूरा ध्यान दे रही है। हरियाणा में आज लगभग 25 फीसदी श्रमिक संगठित क्षेत्र में, 75 फीसदी श्रमिक असंगठित क्षेत्र में पंजीकृत हैं। श्रमिकों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सरकार उनका दुर्घटना बीमा करा रही है।