हम सभी जानते है स्वस्थ रहने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरुरी है। एक मजबूत इम्यून सिस्टम हमारे शरीर को बीमारियों से बचाता है। अगर किसी के शरीर में इम्यून सिस्टम कमजोर होगा तो वह रोगों के गिरफ्त में जल्दी आ जाता है। इसलिए यह बहुत जरुरी है कि हमारा इम्यून सिस्टम स्टोंग हो।वहीं इम्यून सिस्टम के खराब होने से कई तरह के इम्यूनिटी संबंधी समस्याए होने लगती है, जैसे ऑटोइम्यून डिसऑर्डर। ऑटोइम्यून डिसऑर्डर में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है और वह यह तय नहीं कर पाता कि कौन सा टिश्यू शरीर के लिए लाभदायक है कौन सा नहीं ऐसे में वह हमारे शरीरे के जरुरी टिश्यू भी नष्ट कर देता है जिससे हम बीमार पड़ जाते है। चलिए जानते है कि ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की पहचान कैसे करें...
ऐसे करे ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की पहचान
जब इम्यून सिस्टम की बात की जाए तो यह सिर्फ एक अंग से नहीं जुड़ा होता बल्कि पूरे शरीर पर इसका प्रभाव देखने को मिलता है। ऑटोइम्यून बीमारी के कारण शरीर के कई हिस्सों में समस्याएं होने लगती हैं। जैसे-
-मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द ,
-बुखार होना,
-जी मिचलाना,
-थकान महसूस होना,
-दिल की धड़कन का तेज़ होना,
-मुंह, आंखें या त्वचा का ड्राई होना,
-चक्कर आना,
-पेट में दर्द, मल में रक्त या बलगम आना, छाती में दर्द होना इस प्रकार की समस्याए देखने को मिल सकती हैं।
ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के लिए हम अपने बदलते जीवन शैली व खानपान पर ध्यान देने की जरुरत है। साथ ही सप्लीमेंट्स और कुछ खास एक्सरसाइज रोजाना करने की जरुरत है। इसके साथ ही डॉक्टरों से सलाह जरुर लें।