होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

दिल्ली के प्रदूषण के लिए क्या पराली और पटाखों ही जिम्मेदार ? जानें प्रदूषण का असली कारण

दिल्ली के प्रदूषण के लिए क्या पराली और पटाखों ही जिम्मेदार ? जानें प्रदूषण का असली कारण

 

वायु प्रदूषण होने के कई कारण होते हैं, लेकिन फिलहाल सबसे ज्यादा जिसके बारे में सुनने में आ रहा है वह है पराली और पटाखें। लेकिन दिवाली तो सिर्फ साल में एक बार आती है और प्रदूषण पूरे साल रहता है। तो क्या पूरे साल सिर्फ पटाखों का ही धुआं रहता है। नहीं क्योंकि, इनके अलावा भी प्रदूषण के कई कारण है। जिन पर शायद ही हमारा ध्यान जाता होगा.. जैसे 

बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरिला धूआं, जो किसी के लिए भी हानिकारक हो सकता है... वाहनों से निकलने वाला धुआं, जिसे कम करने के लिए हाल ही में दिल्ली सरकार द्वारा ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ की एक मुहिम भी चलाई गई थी, लेकिन इससे कोई खासा असर देखने को नहीं मिला। इसका एक अहम कारण औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला धुआं और रसायन भी है। जिसके बारे में पता सबको है लेकिन इस पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। और अब तो सर्दियों का आगमन भी हो चुका है। ऐसे में लोग अक्सर आग जलाते हैं। जिससे धुंआ होता है, कोयले के जलने से और तेल शोधन कारखानों आदि ये सभी वायु प्रदूषण के कारण है। जिनसे सभी अवगत है लेकिन इस पर कोई बात नहीं करता हैं... 

हाईवे सड़क किनारे बनी कबाड़ी की दुकान वाले तांबा निकालने के लिए सुबह के समय तार जलाते हैं। जिससे काला बदबूदार धुआं निकलता है। जिससे भारी प्रदूषण होता है। वहीं, भल्सवा लैंड फिल, गाजीपुर लैंड फिल आदि से भी अचानक आग लगने की खबरे सामने आती रहती है। जिससे उठने वाले धुएं से वहां रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, धुएं के कारण इन जगहों पर रहने वाले करीब 95 प्रतिशत लोग गंभीर बीमरियों से पीड़ित पाए गए हैं... 

तो ये थी वो जानकारी...जो शायद आपकी थोड़ी गतलफहमी को दूर कर सके।  और जो सिर्फ ये मानते हैं कि पटाखें और पराली जलाने से प्रदूषण हो रहा है, तो कृपया अपने दिमाग में हमारी दी गई जानकारी को सेव कर लें।  

जागरूक रहें.... सावधान रहें... सुरक्षित रहें.... नहीं तो सावधानी हटी... साँसों की गति घटी....

यह भी पढ़ें- 13 देशों के प्रमुखों को पछाड़कर PM Modi बने दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता


संबंधित समाचार