हरियाणा के लाखन माजरा खंड के गुगाहेड़ी गांव में स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के मिड डे मिल में प्लास्टिक के चावल बांटे जा रहे हैं। जिससे बाद कई बच्चे बिमार हो गए। वहीं इसके लिए अभिभावकों ने मिड-डे मील में मिल खाने को खराब बताया है। नाराज अभिभावकों ने विद्यालय पहुंचकर स्कूल के गेट के सामने नारेबाजी की।
अभिभावकों ने कहा कि बच्चों को विद्यालय की ओर से बढ़िया और साफ सुथरा राशन बांटा जाना चाहिए, ताकि बच्चे राशन खाकर बीमार न हों। बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि पिछले दो महीने से खराब राशन बांटा जा रहा है। उन्हें पूरा अंदेशा है कि जो चावल बांटे जा रहे हैं, वे प्लास्टिक के हैं। क्योंकि वे चबाने पर फूट नहीं रहे और न ही पकाने पर फूटते। इस बारे में कई बार शिक्षकों को शिकायत दी जा चुकी है। लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा।
अभिभावकों ने कहा कि चावल वितरण में बड़े स्तर पर धांधली की जा रही है। यदि मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए तो बड़ा घपला उजागर हो सकता है। ग्रामीणों ने कहा कि उनके बच्चों को यह राशन वितरित करने बंद करें। यदि राशन ही देना है तो गुणवत्तापूर्ण व साफ सुथरा राशन दिया जाए।
बच्चों को वही राशन वितरित करवाया जाता है, जो सप्लाई में आता है। अभिभावकों ने अब घटिया राशन पहुंचने की शिकायत दी है। अभिभावकों की यह शिकायत उच्च अधिकारियों के पास भिजवाई जाएगी। ताकि बच्चे खराब राशन खाकर बीमार न हों। बच्चों के स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। वैसे जो चावल अभिभावक दिखा रहे हैं वे हमारे स्कूल में आए चावलों से मेल नहीं खाते। फिर भी यह मामला सामने आया है तो अधिकारियों को लिखा जाएगा। -रननीश, मुख्य अध्यापिका, राजकीय उच्च विद्यालय, गुगाहेड़ी।
हमारे पास अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं है। शिकायत आती है तो हम स्कूल में रखे राशन की सैंपलिंग कर सकते हैं। किसी के घर में जाकर सैंपल नहीं ले सकते।- डॉ. हर्ष कुमारी, फूड एंड सेफ्टी ऑफिसर।
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