Uttarakhand:रविवार शाम उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर बाधित हो गया है। खबर सामने आ रही है कि गोचर के कमेड़ा में हाईवे करीब 20 मीटर तक ध्वस्त हो गया, जिससे 1000 से अधिक तीर्थयात्री फंसे सास्ते में ही फंसे हुए हैं। इसके साथ ही स्थानीय लोगों को भी आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
⚠️ Attention Farmers! ⚠️
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 23, 2023
Excessive rainfall forecasted in several parts of India. Follow these Agromet advisories to safeguard your crops. Stay prepared for heavy downpours! #AgroAlert #CropProtection #WeatherForecast #RainfallAdvisory #FarmersGuidance pic.twitter.com/R70OA7F4u4
वहीं यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी डाबरकोट पर लगातार बोल्डर और मलबा आने के कारण हाईवे आज तीसरी दिन भी बंद रहा। वहीं मौसम विभाग के उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
बता दें कि बीती रात हुई भारी बारिश के बाद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर बाधित हो गया है। गोचर के कमेड़ा में हाईवे करीब 20 मीटर तक ध्वस्त हो गया है। यहां भारी मात्रा में हाईवे पर मलबा आ गया है। इसके अलावा छिनका में भी पहाड़ी से मलबा और पत्थर आने से हाईवे बाधित है। जिससे यमुनोत्री धाम सहित गीठ पट्टी के कई गांव का सम्पर्क कट गया है। हाईवे बंद होने के कारण करीब 300 यात्री स्यानाचट्टी से लेकर जानकीचट्टी के बीच में फंसे हैं।
वहीं इस पूरे मामले पर प्रशासन का कहना सबको सुरक्षित स्थानों पर रुकवाया गया है। रविवार रात हुई भारी बारिश से चमोली जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे कमेड़ा के पास करीब 200 मीटर से अधिक भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गया है। वहां पर 2011 में बनाई गई लोहे की पुलिया भी बह गई है।
वहीं, कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे सिमलसैंण, बैनोलीबैंड, हरमनी, मल्यापौड़ में मलबा आने से बंद है।इन दोनों राजमार्गों पर कई वाहन फंसे हैं। साथ ही बारिश से गौचर में हवाई पट्टी के आसपास के घरों में पानी भर गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश सड़कें बंद हो गई है।