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'व्हॉट्सएप पे' के आने से पेटीएम को हो सकता है नुकसान, जानिए क्या है प्लान

'व्हॉट्सएप पे' के आने से पेटीएम को हो सकता है नुकसान, जानिए क्या है प्लान

 

सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के सीईओ और संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने 24 अप्रैल को एलान किया था कि उनकी सहयोगी कंपनी व्हाट्सऐप जल्द ही भारत में अपनी पेमेंट सेवा, 'व्हाट्सऐप पे' को शुरू करने जा रही है। इस सेवा को शुरू करने के लिए अभी कंपनी अपनी तरफ से सारी तैयारियां कर रही है। भारत में व्हाट्सऐप पे पेटीएम को कड़ी टक्कर देगा.

विश्लेषकों से बात करते हुए ज़करबर्ग ने कहा कि कंपनी पेमेंट्स का निर्माण वैश्विक बाजार के लिए कर रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल हम भारत में इसकी टेस्टिंग कर रहे हैं. हम इसे एक साथ कई बाकी देशों में लॉन्च करने की उम्मीद कर रहे हैं. हालांकि इसमें कितना समय लगेगा इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. मगर कंपनी का कहना है वह 'वॉट्सऐप पे' पर ज़ोर-शोर से काम कर रही है.
वाट्सऐप पे भारत की स्थानीय स्तर पर डेटा को स्टोर करने की मांग की वजह से लॉन्च नहीं हो पा रहा है, जबकि पिछले साल 10 लाख यूज़र्स के साथ इसकी बीटा टेस्टिंग सफलतापूर्वक किया गया था.
जकरबर्ग ने कहा कि इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आप शॉपिंग करते हैं, आपके पास मार्केटप्लेस है और इस पर लाखों छोटे कारोबार हैं, जो पेजेज़ समेत अन्य टूल्स का इस्तेमाल करते हैं. वह अपनी इंवेंट्री शेयर करने के लिए इंस्टाग्राम का यूज़ करते हैं और लोग पेमेंट करते हैं. उन्होंने कहा कि जब आप मैसेंजिंग सेवा का इस्तेमाल करते हैं तो सबकुछ बहुत ही अंतरंग और निजी होता है. यह व्यवसायों से बातचीत करने का सहज स्थान है और लेनदेन करने का निजी स्थान है.

पहले से मौजूद हैं इन पेमेंट ऐप्स को टक्कर दे सकता है 'WhatsApp Pay'
इसके अलावा हाल ही में अमेजन ने भी एंड्रॉयड ग्राहकों के लिए अमेजन पे यूपीआई लॉन्च करने की घोषणा की थी. साथ ही ‘Apple Pay’ भी बाजार में कदम रख चुकी है.  इतना ही नहीं ‘Google Pay’ ने भी इस क्षेत्र में अपनी पकड़ बना ली है. मार्च में गूगल पे ने रिकॉर्ड 81 अरब लेन-देन को अंजाम दिया था. बता दें कि मौजूदा समय में गूगल पे के करीब 4.5 करोड़ ग्राहक हैं. साथ ही पेटिएम जैसी दिग्गज ऐप भी पहले से बाज़ार में मौजूद है तो अब देखना ये है कि वॉट्सऐप पे कितनी दमदार होगी. साल 2023 तक भारत का डिजिटल पेमेंट उद्योग एक लाख करोड़ डॉलर का हो जाने की उम्मीद है.


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