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UP Election: चुनावी मैदान में उतर सकते हैं कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण, VRS आवेदन स्वीकार 

UP Election: चुनावी मैदान में उतर सकते हैं कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण, VRS आवेदन स्वीकार 

 

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तारीखों का शनिवार को ऐलान हो चुका है। इसके बाद से सभी राजनीतिक दलों ने इसका स्वागत करते हुए प्रदेश में अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। इसके साथ ही एक और बड़ी खबर प्रदेश से सामने आई है। कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण (Police Commissioner Aseem Arun) ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस लिया है। 

इस बात की जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दी है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने उन्हें बीजेपी (BJP) में शामिल होने की पेशकश की है। तभी से कयास लगाए जा रहे हैं कि वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह ने भी वीआरएस ले लिया है और उनके गाजियाबाद के साहिबाबाद से चुनाव लड़ने की चर्चा है। तो वही असीम अरुण का कन्नौज सदर से चुनाव लड़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।

असीम अरुण ने बयान जारी कर कहा कि 'मैंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है। क्योंकि अब मैं नए तरीके से देश और समाज की सेवा करना चाहता हूं। मुझे बहुत गर्व महसूस होता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा की सदस्यता के योग्य समझा। मैं पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और विकासशील प्रणालियों के कौशल के साथ पार्टी की सेवा करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की पार्टी में विविध अनुभव वाले व्यक्तियों को शामिल करने की पहल को सार्थक बनाने का प्रयास करूंगा। मेरी कोशिश रहेगी कि मैं हमेशा महात्मा गांधी द्वारा दिए गए सबसे कमजोर और सबसे गरीब व्यक्ति के लाभ के लिए काम करूं, IPS की नौकरी और अब यह सम्मान केवल अवसर की समानता के लिए बाबासाहेब अंबेडकर (Babasaheb Ambedkar) द्वारा बनाई गई प्रणाली के कारण ही संभव है। उनके उच्च आदर्शों पर चलते हुए मैं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सभी वर्ग के भाई-बहनों के सम्मान, सुरक्षा और उत्थान के लिए काम करूंगा।'

उन्होंने आगे कहा कि 'मैं समझता हूं कि मुझे यह सम्मान मेरे पिता स्वर्गीय श्री राम अरुण और माता स्वर्गीय शशि अरुण के महान कार्यों के कारण ही मिल रहा है। मेरी एकमात्र समस्या यह है कि मैं अब अपनी वर्दी नहीं पहन पाऊंगा, जो मेरी अलमारी का सबसे सुंदर वस्त्र है। मैं अपने साथियों से विदा लेते हुए वादा करता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेशा सबसे आगे खड़ा रहूंगा। आपको मेरी तरफ से बहुत बहुत सलाम...'

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