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UP Election 2022: झांसी में भाजपा नेता के घर पर हुआ हमला, इलाके में PAC तैनात

UP Election 2022: झांसी में भाजपा नेता के घर पर हुआ हमला, इलाके में PAC तैनात

 

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Election 2022) को लेकर प्रदेश में सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में राजनीतिक टकराव और भिड़ंत की खबरें सामने रही हैं। कुछ ऐसा ही मामला झांसी (Jhansi) के मोंठ इलाके से आया है जहां एक बीजेपी नेता (BJP) विपिन पाठक के घर पर अचानक हमला हुआ। इस हमले में उनके परिजनों को जमकर पीटा गया। वहीं इस मामले में भाजपा नेता ने इस हमले का आरोप सपा (SP) के प्रत्याशी दीप नारायण सिंह यादव पर लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

सपा प्रत्याशी पर लगे गंभीर आरोप
दरअसल, झांसी के गरौठा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेता विपिन पाठक के घर पर हमला किया गया है। इस हमले के बाद मोंठ क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में वहां पीएसी (PAC) की तैनाती की गई है। जानकारी के अनुसार भाजपा नेता के घर जमकर तोड़फोड़ की गई और परिवारजनों को भी पीटा गया। वहीं पाठक ने इस हमले का आरोप सपा प्रत्याशी दीपनारायण सिंह यादव पर लगाया है। इतना ही नहीं उन्होंने इसकी पुलिस से शिकायत की है।

बता दें कि यह मामला उस वक्त बिगड़ गया जब सपा कार्यकर्ता की सफारी में शराब बरामद की गई। इस मामले में शराब ले जाते हुए लोगों को भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस के हवाले कर दिया था। इसके बाद सपा प्रत्याशी ने शराब के साथ पकड़े गए लोगों को जमानत दिलाई और भाजपा पर ही साजिश का आरोप लगा दिया था।

गौरतलब है कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने सपा के कार्यकर्ताओं द्वारा बड़ी मात्रा में शराब ले जाने की शिकायत पुलिस में की थी और उन लोगों को पकड़कर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इन पकड़े गए लोगों ने चुनाव में सपा प्रत्याशी द्वारा शराब बांटने की बात को स्वीकारा था। वहीं आरोप है कि सपा प्रत्याशी दीपनारायण सिंह यादव ने पकड़े गए लोगों को छुड़ा लिया। इस घटना के बाद भाजपा नेता विपिन पाठक पर सपा नेताओं ने हमला बोला और घर पर पहुंचकर उनके परिजनों की पिटाई की और घर में तोड़फोड़ भी मचाई।

वहीं भाजपा नेता की पिटाई और मारपीट की घटना के बाद इलाके में पुलिस समेत पूरा प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है और इलाके में PAC को तैनात कर दिया गया है, जिससे तनाव को काबू में किया जा सके। ऐसे में सपा-भाजपा के बीच बढ़ा सियासी पारा यहां चुनौतीपूर्ण स्थितियां भी पैदा कर रहा है। सबसे बड़ी चुनौती प्रशासन के सामने है जिन्हें यहां शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने हैं।

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