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आज है Mohini Ekadashi, इसी दिन देवताओं ने किया था अमृतपान, जानिए इससे जुड़ी पौराणिक कथा

आज है Mohini Ekadashi, इसी दिन देवताओं ने किया था अमृतपान, जानिए इससे जुड़ी पौराणिक कथा

 

Mohini Ekadashi 2023: हर महीने एकादशी आती है लेकिन वैशाख महीने की आने वाले एकादशी को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार एकादशी तिथि का बहुत महत्त्व होता है इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। शास्त्रों में एकादशी का महत्व बहुत अधिक बताया गया है। एकादशी का व्रत करने से नारायण की कृपा सदा बनी रहती है। साल में हर महीने एकादशी आती है लेकिन इस महीने की एकादशी को मोहिनी एकादशी क्यों कहा जाता है चलिए जानते हैं इसके पीछे का कारण... 

ऐसे पड़ा मोहिनी एकादशी का नाम


मोहिनी एकादशी की कहानी समुद्र मंथन से जुड़ी हुई है। पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के बाद जब अमृत के लिए असुर और देवों में सहमति नहीं बनी तब भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर देवों को अमृत पान कराया था। भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार धारण पर ही इस एकादशी का नाम मोहिनी एकादशी पड़ा।

समुद्र मंथन के दौरान 14 अनमोल रत्न उत्पन्न हुए। जब अमृत कलश लेकर धन्वंतरी वैद्य सामने आए तो दोबारा से देवों और असुरों में लड़ाई और बहस छिड़ गई। इसे देखकर भगवान विष्णु ने मोहिनी का अवतार धारण किया।
मोहिनी का अवतार लेने के बाद असुरों और दानवों को अमृत पिलाने के लिए उन्हें अलग-अलग बिठाया गया। दोनों पक्षों में जब सहमति हुई तो विष्णु जी ने अपने मोहिनी रूप का ऐसा जादू बिखेरा कि सभी असुर उनके रूप-सौंदर्य को देखकर सम्मोहित हो गए। इसके बाद विष्णु जी ने सभी देवताओं को अमृत पिलाया और उन्हें अमर कर दिया।

मोहिनी एकादशी का महत्त्व
पदमपुराण के अनुसार  भगवान श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को मोहिनी एकादशी का महत्व समझाते  हुए कहते हैं कि महाराज !त्रेता युग में महर्षि वशिष्ठ के कहने से परम प्रतापी श्री राम ने इस व्रत को किया। यह व्रत सब प्रकार के दुखों का निवारण करने वाला, सब पापों को हरने वाला व्रतों में उत्तम व्रत है। इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य मोहजाल तथा पातक समूह से छुटकारा पाकर विष्णुलोक को जाते हैं।

मान्यता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के सभी पाप दूर हो जाते हैं और व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है। इतना ही नहीं एकादशी का व्रत करने से घर परिवार में सुख शांति बनी रहती है और व्यक्ति को धन बुद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

 


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