होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

आज भी जारी हैं महिलाओं के खतना की प्रथा, इस त्रासदी को नहीं रोक पाना शर्मनाक: पोप फ्रांसिस

आज भी जारी हैं महिलाओं के खतना की प्रथा, इस त्रासदी को नहीं रोक पाना शर्मनाक: पोप फ्रांसिस

 

पोप फ्रांसिस ने महिलाओं के खतने की प्रथा को अपराध बताया है। उन्होंने कहा कि समाज की भलाई के लिए महिलाओं के अधिकारों, समानता और अवसर की लड़ाई जारी रहनी चाहिए। पोप ने इस प्रथा के बारे में कहा, 'क्या आज हम दुनिया में युवतियों के अंतर्मन की त्रासदी को नहीं रोक सकते? यह भयावह है कि आज भी एक प्रथा है, जिसे मानवता रोक नहीं पा रही है। यह एक आपराधिक कृत्य है।'
     
फ्रांसिस बहरीन से वापस लौटते समय महिलाओं के अधिकार के बारे में सवाल पर यह जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 'समाज की भलाई के लिए महिलाओं के अधिकारों, समानता और अवसर की लड़ाई जारी रहनी चाहिए।' पोप ने कहा, 'ईश्वर ने दो समान लोग बनाए... पुरुष और महिला। इसमें हमें किसी के साथ भी भेदभाव नहीं करना चाहिए।'

ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन पर भी बोले पोप
पोप से ईरान में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के बारे में पूछा गया? हालांकि फ्रांसिस ने सीधे तौर पर इसका कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन उन्होंने इस बात की निंदा की कहा दुनिया भर की कई संस्कृतियों में महिलाओं को दूसरे दर्जे का नागरिक या इससे भी बदतर माना जाता है। उन्होंने कहा कि हमें इससे लड़ना जारी रखना होगा क्योंकि महिलाएं एक उपहार हैं।

महिलाएं के अधिकार को लेकर फ्रांसिस ने  क्या किया?
पोप फ्रांसिस ने चर्च में महिलाओं को निर्णय लेने की अधिक भूमिकाएं देने को लेकर किसी भी पोप से ज्यादा काम किया है। उन्होंने कई महिलाओं को प्रमुख और अहम पदों पर नियुक्त किया है, उन्होंने आम महिलाओं और धार्मिक सिस्टर्स को वेटिकन ऑफिस में सलाहकार के तौर पर नामित किया है, जहां पुरुष पादरियों का वर्चस्व देखने को मिलता रहा है।
 

यह भी पढ़ें- America: टेक्सास में चक्रवाती तूफान ने मचाई तबाही, दो दर्जन लोग घायल, कई घर भी हुए तबाह


संबंधित समाचार